Etah News: 'भारत में धर्म के स्वरूप हैं भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम'
Etah News: आचार्य मनोज अवस्थी ने कहा अन्य धर्मों का हमारे देश में पूर्ण सम्मान है, उनके सभी धार्मिक कार्यों में हम सहभागिता करते हैं तो ऐसे में करोड़ों-करोड़ सनातनियों के इस कार्यक्रम में उनको कोई कष्ट नही होना चाहिए।
Etah News: उत्तरप्रदेश के जनपद एटा स्थिति नगर अलीगंज में श्री मद्भागवत कथा के आयोजन में श्रीराम कथा वाचक अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त आचार्य मनोज अवस्थी ने सनातन धर्म को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आदि शक्ति के स्वरूप श्रीराम जी धर्म के साक्षात स्वरूप है। वहीं, लीलाधर भगवान कर्म के साक्षात स्वरूप है,श्रीराम हमारे देश के करोड़ों सनातनी लोगों के जीवंत प्रणेता है। अयोध्या धाम मैं 550 वर्षों के इतिहास में हज़ारों धर्म रक्षकों ने बलिदान दिये हैं। आज की पीढ़ी सौभाग्यशाली है, जिन्हें भगवान श्रीराम के मंदिर को देखने का मौका मिला है। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम भाजपा का चुनावी कार्यक्रम नही है ये तो हर सनातनी धर्मालंबियों का एक स्वप्न है जो पूर्ण होने जा रहा है, इसमें मोदी जी और योगी जी कर्म प्रणेता है।
उन्होने कहा अन्य धर्मों का हमारे देश में पूर्ण सम्मान है, उनके सभी धार्मिक कार्यों में हम सहभागिता करते हैं तो ऐसे में करोड़ों-करोड़ सनातनियों के इस कार्यक्रम में उनको कोई कष्ट नही होना चाहिए। जब देश का बटवारा हुआ तो धार्मिक आधार पर हुआ। ऐसे में भारत को तभी हिन्दू राष्ट्र घोषित कर देना चाहिए था, अगर ऐसा किया होता तो ये देश जो सभी धर्मों का सम्मान करता है। यहाँ हिन्दू धर्म और उनकी आस्था के स्वरूप भगवान श्रीराम के चरित्र पर विवादित बयान देकर हिंदुओ की आस्था से आज खिलवाड़ नही होता।
देश के संविधान में अगर हिन्दू धर्म का मंदिर है तो उस पर टैक्स लगता है उसको कोई सरकारी मदद नही मिलती है। उसको कोई सरकार जमीन नही आवंटन कर सकती है। इसको समाप्त करना चाहिए चाहे जो सरकार रहे इसकार्य मैं पहल करनी चाहिए, मध्यप्रदेश की सरकार ने मंदिर के पुजारियों को 500 रुपये या 2000 रुपये का मासिक भत्ता देने को कहा ये सराहनीय कार्य है, जिन आक्रांताओं ने हमारे सैकड़ों मंदिर तोड़ दिये थे, आज उनको उन्हीं के वंशजों को बनवाना चाहिए, अन्य धर्म के जुलूस निकलने पर हिन्दू पुष्पों से सम्मान करते हैं तो हिंदुओ की धार्मिक यात्राओं पर इस देश मैं पत्थर क्यों फेंके जाते हैं इसका जबाब कौन देगा। बता दें कि श्री मद्भागवत कथा का आयोजन अलीगंज नगर के श्री रघुनाथ कृपा भवन में हो रहा है।