Etah News: हाईटेक सिटी के नाम पर अरबों की अनिक फैक्ट्री का विध्वंस शुरू, दो भू माफिया गिरफ्तार
Etah News: जिलाधिकारी प्रेम रंजन को शिकायत मिली थी कि अरबों रुपये की जमीन पर स्थित अनिक घी फैक्ट्री को ध्वस्त कर अवैध रूप से हाईटेक सिटी बनाने का प्रयास किया जा रहा है। दस्तावेजों की जांच के बाद प्रशासन ने इसे अवैध पाया और चार दिन पहले काम रोकने के निर्देश जारी किए थे।
Etah News: बेरोजगारों को रोजगार देने वाली एटा जिले की एक मात्र फैक्ट्री हिंदुस्तान लीवर को अरबों में बेचकर हाईटेक सिटी बनाने की तैयारी में अनिक फैक्ट्री को ध्वस्त करने का मामला सामने आया है, जिसमें आज पुलिस ने बुलडोजर चला रहे दो माफियाओं को गिरफ्तार किया है। शिकायत पर जांच के बाद जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री को ध्वस्त करने के प्रयास को रुकवा दिया है और मौके से दो लोगों को हिरासत में लिया है।
जानकारी के अनुसार जिलाधिकारी प्रेम रंजन को शिकायत मिली थी कि अरबों रुपये की जमीन पर स्थित अनिक घी फैक्ट्री को ध्वस्त कर अवैध रूप से हाईटेक सिटी बनाने का प्रयास किया जा रहा है। दस्तावेजों की जांच के बाद प्रशासन ने इसे अवैध पाया और चार दिन पहले काम रोकने के निर्देश जारी किए थे। इसके बावजूद कुछ दबंग भूमाफिया लोग काम जारी रखे हुए थे। उक्त घटना कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के कासगंज रोड स्थित अनिक फैक्ट्री की है।
तहसीलदार व जानकार लोगों ने बताया कि हिंदुस्तान यूनिलीवर ने रोजगार सृजन के उद्देश्य से वर्ष 1961 में करीब 147 बीघा जमीन पर फैक्ट्री लगाई थी। यह फैक्ट्री वर्ष 2000-2001 तक चली, उसके बाद बंद हो गई। प्रशासनिक अभिलेखों के अनुसार यह जमीन वर्ष 1950 में बंजर भूमि के रूप में दर्ज थी। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार जांच के दौरान फैक्ट्री ध्वस्त करने व हाईटेक सिटी के निर्माण के पीछे काम कर रहे दबंग प्रॉपर्टी डीलरों के पास जमीन पर कब्जे से संबंधित कोई वैध दस्तावेज नहीं पाए गए।
मौके पर पहुंचे एसडीएम सदर व तहसीलदार नीरज वार्ष्णेय ने कार्रवाई करते हुए दो लोगों को हिरासत में लेकर थाने भिजवाया और रिपोर्ट दर्ज कराई है। कोतवाली देहात पुलिस ने गिरफ्तार लोगों की पहचान सूर्यप्रकाश पुत्र आनंद प्रकाश निवासी शांति नगर व मुकेश पुत्र तिलक सिंह निवासी कुरैना दौलतपुर रेजोर के रूप में की है। प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार ने बताया कि दोनों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है, मामले की जांच जारी है।
गौरतलब है कि यह फैक्ट्री इलाके के बेरोजगारों के लिए रोजगार का एकमात्र साधन थी। अब यहां जवाहर थर्मल पावर स्टेशन का निर्माण किया जा रहा है। प्रशासन द्वारा दस्तावेजों की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल सभी को किसी भी तरह के निर्माण या तोड़फोड़ से रोक दिया गया है।