मुरादाबाद: गजब! हाई स्कूल में फेल छात्रा को 12वीं में किया पास
यूपी के मुरादाबाद में बिलारी तहसील क्षेत्र के एक इंटर कॉलेज की लापरवाही का सनसनीखेज मामला सामने आया है। 10वीं में फेल छात्रा को कॉलेज में इंटर पास करा दिया। छात्रा को हाई स्कूल की अंक तालिका नहीं दी गई। वह कॉलेज प्रबंधन ने ग्रेजुएशन मे एडमिशन करने का ठेका ले लिया।
मुरादाबाद: यूपी के मुरादाबाद में बिलारी तहसील क्षेत्र के एक इंटर कॉलेज की लापरवाही का सनसनीखेज मामला सामने आया है। 10वीं में फेल छात्रा को कॉलेज ने इंटर पास करा दिया। छात्रा को हाई स्कूल की अंक तालिका नहीं दी गई। कॉलेज प्रबंधन ने ग्रेजुएशन मे एडमिशन करने का ठेका ले लिया।
मुरादाबाद के गांव ग्वारऊ निवासी एमपाल सिंह की बेटी शिखा ने ग्वालखेडा स्थित गौतमबुद्ध चेतराम इंटर कॉलेज से हाई स्कूल की परीक्षा साल 2014 में दी थी।
छात्रा का कहना है कि इंटरनेट से मार्कशीट निकलवाई गई थी जिसमें वह पास थी। प्रधानाचार्य ने उसे 11वीं में एडमिशन दे दिया था। इसके बाद सन 2017 में उसने इंटर की परीक्षा भी पास कर ली उसे हाई स्कूल में फेल होने की कोई जानकारी नहीं थी। प्रधानाचार्य ने बीए एडमिशन के लिए ₹3500 रुपए की रकम भी ली थी। मगर BA मैं एडमिशन नहीं कराया इस पर कॉलेज में हंगामा हुआ। वह तो प्रधानाचार्य ने हाई स्कूल फेल होने की बात खोल दी। छात्रा के परिजनों के मुताबिक उसे हाई स्कूल की मार्कशीट नहीं दी गई। इंटर परीक्षा पास करा दी गई। पूरे मामले का खुलासा होते ही स्कूल प्रबंधक सकते में आ गए जानकारी शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी को हुई तो उन्होंने मामले की जांच के बाद कार्यवाही की बात कही। छात्रा हाई स्कूल में हिंदी इंग्लिश वह विज्ञान विषय में फेल थी, इसके बावजूद भी कॉलेज प्रबंधन सोता नजर आ रहा है
कॉलेज की लापरवाही
हाईस्कूल फेल छात्रों को पहले 11वीं में एडमिशन दिला दिया छात्रा इस बात से आश्वस्त थी कि इंटरनेट से निकाली गई मार्कशीट के अनुसार वह हाईस्कूल में पास है। पूरे मामले की जानकारी कॉलेज को भी थी। इसके बावजूद कॉलेज प्रबंधन सोता रहा छात्रा ने पहले 11वीं पास कर लिया। इसके बाद भी इंटरव्यू पास कर लिया। पूरे मामले की जानकारी पर कॉलेज प्रबंधन अपनी गलती भी मान ली है। हाईस्कूल फेल छात्रा द्वारा 12वीं पास कर लेना पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया।
छात्रा का भविष्य अंधेरे में
वहीं लापरवाही के कारण छात्रा का भविष्य भी अधर मैं लटक गया, क्योंकि इंटर पास होने के बावजूद भी ना तो किसी परीक्षा का फॉर्म भर सकती है ना ही वह अब ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर सकती है। पूरे मामले की जानकारी होने के बाद अब कॉलेज प्रधानाचार्य ने छात्रा का हाई स्कूल में एडमिशन कर लिया।