किसान आंदोलन पर कोहराम: BHU में मचा घमासान, ABVP-NSUI में हुई भिड़ंत

महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर एनएसयूआई और आईसा की ओर से उपवास का कार्यक्रम रखा गया था। महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के बाद सभास्थल पर किसान आंदोलन का मुद्दा छा गया।

Update: 2021-01-30 14:03 GMT
एनएसयूआई और आईसा के कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर का पोस्टर जलाया और नारेबाजी की। विरोध प्रदर्शन के चलते सिंहद्वार पर अफरातफरी मच गई।

वाराणसी: किसान आंदोलन की आग अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंच चुकी है। बीएचयू के छात्रों ने किसान आंदोलन के समर्थन में प्रदर्शन किया और अपना विरोध दर्ज कराया।

एनएसयूआई और आईसा के कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर का पोस्टर जलाया और नारेबाजी की। विरोध प्रदर्शन के चलते सिंहद्वार पर अफरातफरी मच गई। मौके पर पहुंचे बीएचयू के सुरक्षाकर्मियों और स्थानीय पुलिस ने किसी तरह से छात्रों को शांत कराया।

प्रदर्शनकारियों से भिड़े एबीवीपी कार्यकर्ता

खबरों के मुताबिक महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर एनएसयूआई और आईसा की ओर से उपवास का कार्यक्रम रखा गया था। महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के बाद सभास्थल पर किसान आंदोलन का मुद्दा छा गया।

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छात्रों ने जब सरकार विरोधी प्रदर्शन और नारेबाजी शुरु की तो एबीवीपी कार्यकर्ता भड़क उठे। इसके बाद तो दोनों गुट आपस में ही भिड़ गए। दोनों पक्षों की ओर नारेबाजी शुरु हो गई। इसके चलते मौके पर अफरातफरी मच गई।

प्रदर्शनकारियों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग

इस दौरान एबीवीपी कार्यकर्ताओं और प्रदर्शनकारियों के बीच हल्की झड़प भी हुई। दोनों पक्ष एक दूसरे के साथ धक्कामुक्की करने लगे। मौके पर पहुंचे सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह दोनों पक्षों को शांत कराया।

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एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शनकारियों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि श्रद्धांजलि सभा की आड़ में अराजकता फैलाने की कोशिश की जा रही है।

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किसान आंदोलन फिर हुआ तेज

केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन अभी जारी है। गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर परेड में हिंसा के बाद किसानों आंदोलन कमजोर होता दिखाई दे रहा था, लेकिन राकेश टिकैत के आंसुओं ने माहौल बदल दिया और एक बार फिर किसान आंदोलन तेज हो गया है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की भावुक अपील के बाद किसानों का गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचने का सिलसिला शनिवार के दिन भी जारी रहा। सिंघु बॉर्डर पर शुक्रवार को एक बार फिर से छिटपुट हिंसा देखने को मिली थी।

रिपोर्ट: आशुतोष सिंह

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