Fatehpur News: थाने में युवक की मौत, दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही ना होने पर आप ने डीएम को दिया ज्ञापन
Fatehpur News: थाना के अंदर युवक की मौत मामले में किसी की गिरफ्तारी न होने पर आप ने डीएम के माध्यम से राज्यपाल के नाम ज्ञापन देते हुए दोषी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी की मांग की है।
Fatehpur News: यूपी के फतेहपुर में थाना के अंदर पूछताछ के दौरान युवक की थर्ड डिग्री देने से हुई मौत के मामले में सदर कोतवाली में तीन नामजद सहित चार अज्ञात पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज होने के बाद एसपी ने दोषी तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। लेकिन किसी की गिरफ्तारी न होने से नाराज आम आदमी पार्टी ने डीएम के माध्यम से यूपी के महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन देते हुए दोषी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी की मांग किया है।
जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे आम आदमी पार्टी के काशी प्रांत के अध्यक्ष पवन तिवारी के नेतृत्व में महामहिम राज्यपाल के नाम डीएम को ज्ञापन देते हुए मांग किया कि विगत 9 अक्टूबर को शहर क्षेत्र के राधा नगर थाना में एक युवक सत्येंद्र कुमार कोरी को पुलिस पकड़ कर एटीएम हैकर बताकर पूछताछ कर रही थी।
पुलिसकर्मियों ने 1 घंटे के अंदर 3 लाख रुपये की डिमांड की
जिसको थर्ड डिग्री देते हुए थाना के अंदर हत्या कर दिया गया नेता ने कहां की मौत से पहले मृतक युवक का भाई अरविंद मिलने गया था जिससे पुलिसकर्मियों ने 1 घंटे के अंदर 3 लाख रुपये की डिमांड रखा था पैसा ना देने पर उसकी हत्या कर दिया गया।
उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से मांग किया है कि दोषी इंस्पेक्टर,चौकी इंचार्ज व जितने भी पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है उनको गिरफ्तार कर जेल भेजने कार्रवाई की जाए,आप नेता ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की योगी सरकार क्राइम कंट्रोल में फेल है थाना चौकियों में निर्दोष लोगों को पूछताछ के नाम पर पैसे के लालच में हत्या कर दिया जा रहा है पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है जिसका नतीजा है थाने के अंदर सत्येंद्र कुमार जो एमआर का काम करता था पुलिसकर्मी द्वारा हत्या कर दी गई।
दोषी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए
आप नेता ने राजपाल को भेजे ज्ञापन में मांग किया है कि दोषी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए मृतक के एक परिजन को सरकारी नौकरी 50 लाख रुपए मुआवजा देने के साथ न्यायिक जांच माननीय उच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति से कराई जाए मुकदमों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर जल्द जल्द से पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का काम हो।