गांव में आग लगी तो नहीं पहुंच सकी फायर ब्रिगेड की गाड़ी
आपको बता दें कि कन्हौना गांव में ये स्थित आज नई नहीं है, बल्कि देश को आजाद हुए 70 साल हो गए और इतने ही साल यहां की समस्या को हो गए। अब सड़क निर्माण के झूठे वादों से परेशान ग्रामीणों का कहना है कि इस बार लोकसभा के चुनाव का बहिष्कार करेंगे और मतदान करने नहीं जाएंगे।
अमेठी: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी से परिवारिक रिश्तों की बात करते हैं, वही अमेठी को अपनी कर्म भूमि बना रही केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अमेठी को विकास की धारा से जोड़ने का दावा। लेकिन दोनो कद्दावर नेताओं की पोल खोल तिलोई तहसील के सिंहपुर ब्लाक के कन्हौना गांव के ग्रामीणों ने खोली है।
70 साल आजादी के बीत गए और इन्हें एक पक्की सड़क तक नसीब हुई। विधानसभा चुनाव में बीजेपी विधायक ने वादा भी किया था के उन्हें जल्द सड़क की सौगात दी जायेगी लेकिन ये चुनावी वादा ही बनकर रह गया। ऐसे में ग्रामीणों ने ऐलान कर दिया है रोड नहीं तो वोट नहीं।
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ये है पूरा मामला
आपको बता दें कि कन्हौना गांव में ये स्थित आज नई नहीं है, बल्कि देश को आजाद हुए 70 साल हो गए और इतने ही साल यहां की समस्या को हो गए। अब सड़क निर्माण के झूठे वादों से परेशान ग्रामीणों का कहना है कि इस बार लोकसभा के चुनाव का बहिष्कार करेंगे और मतदान करने नहीं जाएंगे। ग्रामीणों का कहना है कि इस बारे में कई बार खंड विकास अधिकारी व ग्राम प्रधान एवं जन प्रतिनिधियों को अवगत करा चुके हैं पर स्थित वही ढाक के तीन पात है।
गांव निवासी महेंद्र त्रिपाठी की माने तो तो गांव के डेढ़ से दो किलोमीटर के अंदर कोई भी ऐसा सम्पर्क मार्ग नहीं है जिससे गर्मी और बरसात में बड़ी अनहोनी से बच सकें। चार दिन पहले गांव में अज्ञात कारणों से आग लग गई जिसमें 6 परिवार की संपत्ति जलकर राख हो गई। एक महिला भी झुलस गई।
फायर ब्रिगेड को सूचना दिया, लेकिन गांव में संपर्क मार्ग बना न होने से फायर ब्रिगेड की गाड़ी अंदर नहीं आ सकी। वही गांव के बुज़ुर्ग शिव सागर अवस्थी बताते हैं कि मयन्केश्वर शरण सिंह बीजेपी के विधायक हैं, उन्होंने कहा कि हम रोड बनवा देंगे लेकिन 2017 के बाद आजतक वो यहां आए नहीं कि क्या समस्या है क्या नहीं।
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डीएम को जानकारी ही नही
इस बाबत डीएम राम मनोहर मिश्रा से जब बात किया गया तो उन्होंने कहा कि उन्हे इस विषय पर कोई सूचना नहीं है। निश्चित ही यह चिंतनीय विषय है। उन्होंने कहा कि वे अपनी टीम भेजकर लोगों की समस्याओं का निस्तारण करेंगे, जिससे किसी भी तरीके से वह लोग वोट का बहिष्कार न कर सके।