नोएडा: LED बल्ब बनाने वाली कंपनी में लगी भीषण आग, महिला समेत 6 लोगों की मौत
नोएडा के सेक्टर-11 स्थित एलईडी बल्ब की मैन्यूफेक्चरिंग यूनिट में भीषण आग लग गई। आग ने पूरी बिल्डिंग को अपनी चपेट में ले लिया।
नोएडा: एलईडी बल्ब की मैन्यूफेक्चरिंग यूनिट में बुधवार (19 अप्रैल) को भीषण आग लग गई। महज 15 मिनट में आग ने पूरी बिल्डिंग को अपनी चपेट में ले लिया। इस दर्दनाक हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में एक महिला और पांच पुरुष हैं। शव बुरी तरह से जले हुए है। शव की शिनाख्त कर पाना बेहद मुशकिल है। हालांकि महिला की पहचान कंपनी में बतौर एचआर पद पर काम करने वाली जसप्रीत के रूप में की जा रही है।
एसएसपी धमेंद्र यादव ने बताया कि फायर ब्रिगेड की 50 गाड़ियों ने देर शाम तक आग पर काबू पा लिया है। सर्च आपरेशन जारी रहेगा। कंपनी में अग्निशमन के इंतजाम थे या नहीं इसकी जांच की जाएगी। खामी मिली तो प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
सेक्टर-11 के एफ-55 में एक्सल ग्रीनटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है। कंपनी में एलईडी बल्ब की पैकिंग का काम होता है। दोपहर करीब डेढ़ बजे कंपनी के बेसमेंट में आग लगी। बेसमेंट में गोदाम होने की वजह से महज 15 मिनट में आग कंपनी के पहले फिर दूसरे फ्लोर पर फैल गई। आग के दौरान कंपनी में 50 लोग मौजूद थे।
बेसमेंट के अलावा पहली और दूसरी मंजिल पर काम कर रहे लोग सीढ़ियों के रास्ते बाहर निकल गए, लेकिन चौथे फ्लोर पर काम करने वाले करीब 12 लोग वहीं फंस गए। रास्ता नहीं मिलने पर वह छत की तरफ भागे। छत का दरवाजा बंद था। बिल्डिंग के चौथी मंजिल पर फंसे पवन ने कांच का शीशा तोड़ कर रस्सी फेंकी। जिसके जरिए दो लोग नीचे उतरे। लेकिन बाकी लोग वहीं फंसे रहे गए। पवन का इलाज मेट्रो हॉस्पिटल में किया जा रहा है।
डॉक्टर्स ने बताया कि पवन की हालत गंभीर है। कंपनी कर्मचारियों का आरोप है कि आग डेढ़ बजे लगी। लेकिन दमकल की गाड़ी 2:30 बजे पहुंची। यदि दमकल की गाड़ी समय पर पहुंचती तो जान बचाई जा सकती थी।
मम्मी कंपनी में आग लग गई है मुझे आकर बचा लो ...
'मम्मी कंपनी में आग लग गई है मुझे आकर बचा लो' यह बात जसप्रीत ने फोन पर अपनी मां से कही। जिस वक्त यह हादसा हुआ उस वक्त जसप्रीत बिल्डिंग के टॉप फ्लोर पर थी। यह बात जसप्रीत की मां मीनू ने बताई। उन्होंने कहा कि कंपनी में आग लगने की सूचना जसप्रीत ने फोन पर उन्हें दी। उसने यह भी कहा कि मम्मी दमकल विभाग का नंबर नहीं लग रहा है। मुझे बचा लो मै फंस गई हूं।
मीनू ने बताया कि उनकी बेटी जसप्रीत ने करीब पौने दो बजे उन्हें फोन किया। जिसके बाद से उसका फोन नॉट रिचेबल हो गया। अंत में फोन बंद आने लगा। मीनू कंपनी पहुंची। आग की लपटे देखकर उसके आंसू नहीं रूक रहे थे। कई बार वह खुद कंपनी में जाने लगी, लेकिन पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें पीछे किया।
वह बार-बार पुलिस से अपनी बच्ची को ढूढंने की बात कहती रही। वह बताती रही कि कंपनी में उसकी बेटी भी है, लेकिन किसी ने उसकी गुहार नहीं सुनी। अंत में पुलिस ने सर्च आॅपरेशन चलाया। जिसमे पांच पुरुषों के साथ एक महिला का शव भी मिला।
हालांकि शव बुरी तरह से जला हुआ है। ऐसा कुछ भी नहीं बचा कि उसकी शिनाख्त की जा सके। परिजन शव को पहचानने से इंकार कर रहे है। वह मानने को तैयार नहीं जिस लड़की से उनकी कुछ देर पहले ही बात हुई, उसकी मौत कैसे हो सकती है। फिलहाल एसएसपी ने डीएनए टेस्ट की बात कहीं है। टेस्ट के बाद ही महिला की शिनाख्त हो पाएगी।
हापुड़ से मंगवाई गई दमकल की गाड़ियां
आग इतनी विकराल थी इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि शहर की दमकल की गाड़ियां भी आग बुझाने के लिए कम पड़ गई। आग बुझाने के लिए हापुड़ से गाड़ियां बुलानी पड़ी। देरशाम तक आग पर काबू पाया जा सका। लेकिन कंपनी के कुछ भाग में अब भी आग की लपटे है। जिनको बुझाने का काम किया जा रहा है।
क्या कहा एसएसपी ने ?
एसएसएपी धमेंद्र यादव ने बताया कि आग की वजह से पूरी कंपनी जलकर राख हो गई। कंपनी के गोदाम से आग की शुरुआत हुई। जिसके बाद आग पूरी कंपनी में फैल गई। मलबा ज्यादा होने के चलते सर्च आॅपरेशन में भी देरी हो रही है। हालांकि घटना में अभी तक छह डेड बाडी निकाली जा चुकी है। देर रात तक सर्च आॅपरेशन जारी रहेगा। हालांकि यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है। सर्च आॅपरेशन के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
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