Jaunpur: नई शिक्षा निति को लेकर बोलीं पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति, हमें गुरुकुल की याद दिलाती है एनईपी
Jaunpur News: राष्ट्रीय शिक्षा नीति बच्चे को पढ़ाई से दबाव मुक्त करके उसके मन के अनुरूप शिक्षा ग्रहण करने का अवसर उपलब्ध करा रही है।
Jaunpur News: वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय (Veer Bahadur Singh Purvanchal University) के आर्यभट्ट सभागार में बुधवार को 'राष्ट्रीय शिक्षा नीति' कार्यान्वयन, चुनौतियां एवं समावेशी समाधान विषय पर पांच दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन सत्र का शुभारंभ उत्तर प्रदेश की उच्च शिक्षा राज्यमंत्री श्रीमती रजनी तिवारी ने किया। यह आयोजन विश्वविद्यालय के आंतरिक गुणवत्ता सुनश्चयन प्रकोष्ठ द्वारा किया जा रहा है ।
उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा राज्यमंत्री श्रीमती रजनी तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति रोजगारपरक, संस्कारयुक्त और व्यक्ति का सर्वांगीण विकास करने वाली है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति बच्चे को पढ़ाई से दबाव मुक्त करके उसके मन के अनुरूप शिक्षा ग्रहण करने का अवसर उपलब्ध करा रही है। इस नीति में बेरोजगारी को दूर करने का फार्मूला निहित है इसके परिणाम दूरगामी है और इसका भविष्य उज्ज्वल है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति की जरूरत क्यों पड़ी
विशिष्ट अतिथि केंद्रीय विश्वविद्यालय गुजरात के प्रो. जे पी एन मिश्र ने कहा कि शिक्षा का मतलब नौकरी नहीं संस्कार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा ज्ञान के लिए नहीं व्यक्तित्व विकास के लिए है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति की जरूरत क्यों पड़ी, इस पर विस्तार से प्रकाश डाला।
अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति भानुमती का पिटारा है। यह हमें गुरुकुल की याद दिलाती है। उन्होंने विद्या, शिक्षा और ज्ञान को विस्तार से समझाया। उन्होंने कहा कि परंपरागत शिक्षा को राष्ट्रीय शिक्षा नीति में महत्व दिया गया है। आईक्यूएसी सेल के समन्वयक प्रो. मानस पांडेय ने अतिथियों का स्वागत किया।
कार्यशाला की रूपरेखा छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. अजय द्विवेदी ने रखी। अतिथियों का परिचय कार्यशाला के सह संयोजक डॉ मनोज पांडेय एवं नितेश जायसवाल ने कराया.संचालन डॉ. मनोज मिश्र और धन्यवाद ज्ञापन प्रो.बीबी तिवारी ने किया। कुलपति प्रो निर्मला एस मौर्य ने मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा राज्य मंत्री श्रीमती रजनी तिवारी को स्मृति चिन्ह,अंगवस्त्रम, गतिमान पत्रिका एवं स्वरचित गर्भ संस्कार पुस्तक भेंट की।
इस अवसर पर उपस्थित रहे
इस अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी संजय राय परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह, सहायक कुलसचिवगण, प्रो. बीबी तिवारी, प्रो. वंदना राय, प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो. अशोक कुमार श्रीवास्तव, प्रो. प्रदीप कुमार, प्रो. देवराज सिंह, प्रो रजनीश भास्कर, शिक्षक संघ के अध्यक्ष विजय सिंह महामंत्री राहुल सिंह, एनएसएस समन्वयक राकेश यादव, डॉ. दिनेश तिवारी, सह संयोजक मनोज पांडेय, प्रो नूपुर तिवारी, प्रो. एसके पाठक, प्रो. रमेश मणि तिवारी, डा. विजय तिवारी, डॉ. संतोष कुमार, डॉ. राजकुमार, डॉ सुनील कुमार, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर,डॉ. रसिकेश, डॉ. गिरधर मिश्र, डॉ मनीष प्रताप सिंह, डॉ. प्रमोद कुमार समेत तमाम लोग उपस्थित रहे।