BRD मेडिकल कॉलेज में बच्चों की मौत पर सरकार ने लगाया सूखे पुलाव का मरहम
बीआरडी मेडिकल कालेज में पल-पल मासूमों की मौत हो रही है। वहीं उनकी मौत पर सूखे पुलाव का मरहम लगाया जा रहा है। अक्षय पात्र नाम के
गोरखपुर: बीआरडी मेडिकल कालेज में पल-पल मासूमों की मौत हो रही है। वहीं उनकी मौत पर सूखे पुलाव का मरहम लगाया जा रहा है। अक्षय पात्र नाम के एनजीओ द्वारा जिलाधिकारी के कहने पर तीमारदारों के लिए आज से निःशुल्क व्यवस्था शुरू की गई है। हैरत की बात यह है कि पुलाव के साथ ना तो दाल-सब्जी है और ना ही पीने का पानी उपलब्ध कराया गया है। जिला प्रशासन की इस उदासीनता पर तीमारदारों ने आक्रोश व्यक्त किया है।
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- बीआरडी मेडिकल कालेज में जब मासूमों की मौत के मामले ने तूल पकड़ा तो जिला प्रशासन को मरीजों के तीमारदारों के लिए भोजन की व्यवस्था करने की सुधि आई।
- आज(31 अगस्त) से जिला प्रशासन ने अक्षय पात्र एनजीओ की ओर से पीडियाट्रिक वार्ड में भर्ती मरीजों के तीमारदारों के लिए 2050 पैकेट लंच की व्यवस्था की गई।
- इस दौरान उप जिलाधिकारी पंकज श्रीवास्तव की देखरेख में तीमारदारों को लंच पैकेट बांटा गया।
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अक्षय पात्र एनजीओ के कोऑर्डिनेटर आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि जिलाधिकारी के आग्रह पर उनकी ओर से पीड्रियाट्रिक वार्ड में लंच पैकेट की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि 5 सितंबर तक दोपहर में तीमारदारों को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। आज मरीजों को पुलाव दिया गया है।
वहीं मौके पर पहुंचे उप जिलाधिकारी पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर अक्षय पात्र द्वारा तीमारदारों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई है। यह पहली बार है जब इंसेफेलाइटिस पीड़ित मरीजों के तीमारदारों को 5 सितंबर तक भोजन देने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि आज 2050 पैकेट भोजन की व्यवस्था की गई है।
वहीं पुलाव का पैकेट पाने के बाद तीमारदार आक्रोशित हो गए. उन्होंने कहा कि सूखा पुलाव देने से भला किसी का पेट भरेगा. उन्होंने बताया कि खाने के साथ न तो दाल और न ही सब्जी दी गई है. उन्होंने कहा कि इसके साथ कम से कम सब्जी और दाल भी होनी चाहिए।
जहां एक तरफ बच्चों की मौत हो रही है, तो वहीं जिला प्रशासन एनजीओ के सहयोग से तीमारदारों को भोजन के नाम पर सूखा पुलाव बंटवाकर उनका मजाक उड़ाने से बाज नहीं आ रहा है। ऐसी गैर जिम्मेदाराना हरकत पर तीमारदारों का आक्रोश स्वाभाविक है।