लॉकडाउन के बाद भी गाजियाबाद में मंदिर पहुंचे श्रद्धालु, ऐसे की भगवान की पूजा
आज यानी रविवार के संपूर्ण लॉकडाउन पर गाज़ियाबाद में स्थित प्राचीन दूधेश्वर नाथ मंदिर को भी बंद रखने का ऐलान किया गया था।
गाज़ियाबाद: आज यानी रविवार के संपूर्ण लॉकडाउन पर गाज़ियाबाद में स्थित प्राचीन दूधेश्वर नाथ मंदिर को भी बंद रखने का ऐलान किया गया था। लेकिन इसके बावजूद सुबह से श्रद्धालु दूधेश्वर नाथ मंदिर पर पहुंच रहे हैं। मंदिर के कपाट बंद होने के चलते मंदिर के द्वार पर ही भक्तों को पूजा अर्चना करते हुए देखा गया। कुछ भक्तों को इस बात की जानकारी नहीं थी,कि मंदिर भी बंद रहेगा। हालांकि संपूर्ण लॉकडाउन में सभी को घर में रहने की सलाह दी गई है। वहीं कल ही मंदिर के महंत श्री नारायण गिरी ने रविवार के संपूर्ण लॉकडाउन पर मंदिर बंद रखने का ऐलान किया था।
भक्तो से बात की गई तो ये भी पता चला कि प्राचीन दूधेश्वर नाथ मंदिर में यही कामना करने के लिए आए हैं, कि जल्द से जल्द यह परिस्थितियां ठीक हो जाएं।बीते साल भी इसी तरह का नजारा मंदिर बंद होने के दौरान मंदिर के बाहर दिखाई देता था। आपको हमने पहले ही बताया है, कि गाजियाबाद का प्राचीन दूधेश्वर नाथ मंदिर देश भर में प्रसिद्ध है। देश के 8 प्रसिद्ध मंदिर मठों में से एक दूधेश्वर नाथ मंदिर मठ पर देशभर से श्रद्धालु आते हैं। मंदिर बंद होने के चलते भले ही उनके हाथ निराशा लगी हो,लेकिन मंदिर के महंत ने कल ही भक्तों से अपील की थी कि खुद को सुरक्षित रखने के लिए घर में रहें और घर में ही पूजा अर्चना करें।
अन्य मंदिर भी है बंद
दूधेश्वर मंदिर की तरह गाजियाबाद के घंटाघर में स्थित दिगंबर जैन मंदिर के कपाट भी बंद है। जहां बाहर नोटिस चस्पा किया हुआ है। इसके अलावा गाजियाबाद के घंटाघर इलाके में भी पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ दिखाई दिया। घंटाघर वह इलाका है जहां पर काफी ज्यादा भीड़ आम दिनों में रहती है। जगह-जगह पुलिस तैनात है और ऐसे लोगों पर नजर रख रही है जो बिना वजह घरों से बाहर निकल रहे हैं।
पुलिस लोगों को समझा रही है
पूरे गाजियाबाद जिले में तमाम जगहों पर सन्नाटा पसरा हुआ ही दिखाई दे रहा है। हालांकि जिन जगहों पर कुछ लोगों के बिना वजह बाहर निकलने की खबरें आई,वहां पर पुलिस लोगों को समझा रही है। लोगों से अपील की जा रही है, कि वह घर में रहें। बावजूद इसके,नियम नहीं मानने वालों पर धारा 188 की कार्रवाई भी की जा रही है। 24 घंटे में मास्क ना पहनने वाले दो हजार से ज्यादा लोगों पर आज भी चालान की कार्रवाई की गई है।