टूटा भगवान से भरोसा: हुआ ऐसा भयानक हादसा, हर तरफ कोहराम
डूबता देख कर बगल में मछली मार रहे लोगों ने उसके दोस्तों को तो बचा लिया। लेकिन आलोक को काफी मसक्कत के बाद भी नहीं बचा पाये।
गाजीपुर: कुदरत भी कभी-कभी ऐसा खेल खेलता जिससे भगवान से ही लोगों का भरोसा टुट जाता है। तब इंसान कुदरत को नहीं मानता है। ऐसी ही एक घटना घटी है मुहम्मदाबाद क्षेत्र बरेजपुर गांव में जहां एक महिला अपने पुत्र के दिर्घायु के लिए जितिया ब्रत रखी थी। उसे क्या पता जिसके लिए वो ये ब्रत रखीहै। उसके लिए ये आखरी ब्रत है।
दोस्तों साथ नदी नहाने गया, डूबा
प्राप्त सुचना के मुताबिक बरेजपुर गांव निवासी आलोक( 13) अपने दोस्तो के साथ हाटा रेलवे पुल के पास मगंई नदी में नहाने गया था। जहां अचानक वो उस नदी में डुबने लगा। बगल में मछली मार रहे लोगों ने उसके दोस्तों को तो बचा लिया। लेकिन आलोक को काफी मसक्कत के बाद भी नहीं बचा पाये।
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सूचना के मुताबिक आलोक अपने दोस्तों आनंद व आकाश के साथ हाटा स्थिति रेलवे पुल के पास.मगंई नदी में स्नान कर रहा था। इसी वक्त वो अपने दोस्तों के साथ मगंई नदी में.डुबने लगा। पास मे मछली पकड़ रहें लोगों की नजर पड़ी तो वो लोग तीनों को बचाने के नियत से नदी में छलांग लगा दिया।
मां ने रखा था बेटे की लंबी उम्र के लिए व्रत
मछली मार रहे लोगों ने आकाश के दोस्तों को तो बचा लिया लेकिन आलोक को नहीं बचा पाये। आलोक के डुबने की सुचना जैसे ही गांव में मिली गांव मे कोहराम मच गया। ग्रामीणों ने बताया की आलोक अपने मां-बाप का इकलौती संतान था।
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उधर आलोक के लम्बी उम्र के लिए उसकी मां ने जितिया का ब्रत भी रखा था। जैसे ही आलोक के डुबने की सुचना उसकी मां कौशल्या जो गौसपुर गंगा घाट पर गई हुई थी। उसे मिली उसकी मां वहीं बदहवास हो गिर पड़ी। वहीं किशोर आलोक की तलाश अभी जारी है।
रिपोर्ट- रजनीश मिश्रा