Lok Sabha Ghazipur: गाजीपुर सीट पर बसपा ने 'बाबा साहेब की कार्बन कॉपी' उमेश सिंह को बनाया उम्मीदवार
Lok Sabha Ghazipur: रविवार को बसपा ने गाजीपुर लोकसभा क्षेत्र से डॉ उमेश सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। उमेश सिंह ने अन्ना आंदोलन में भाग लिया था।
Lok Sabha Ghazipur: उत्तर प्रदेश की गाजीपुर लोकसभा सीट से बसपा ने डॉ उमेश सिंह को उम्मीदवार बनाने की घोषणा की है। रविवार को बसपा ने गाजीपुर लोकसभा क्षेत्र से डॉ उमेश सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। आज बाबा साहेब की जयंती के दिन कानून की उचित परख रखने वाले उमेश सिंह बसपा के मजबूत लोकसभा प्रत्याशी माने जा रहे हैं।
छात्रसंघ महामंत्री थे उमेश सिंह
डॉ उमेश सिंह सैदरपुर के मुड़ियार गांव के निवासी हैं। काशी हिंदू विश्वविद्यालय से स्नातक कर उमेश सिंह ने एलएलबी और एलएलएम की डिग्री ली। डॉ उमेश सिंह कॉलेज दिनों में छात्र राजनीति में सक्रिय रहें। इस दौरान वह वर्ष1991-1992 में बीएचयू (BHU) के छात्रसंघ महामंत्री भी बने थे। इसके बाद उन्होंने नेट की परीक्षा उत्तीर्ण कर लखनऊ विश्वविद्यालय से कानून विषय में पीएचडी की डिग्री ली।
भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन के सूत्रधार थे उमेश
अन्ना हजारे के आंदोलन के समय उमेश सिंह का नाम चर्चा में आया था। उमेश सिंह ने अन्ना आंदोलन में भाग लिया था। आंदोलन को लोगों तक पहुंचाने में उमेश सिंह की बड़ी भूमिका थी। उमेश सिंह ने उस समय में वाराणसी में लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के खिलाफ अरविंद केजरीवाल का समर्थन किया था। बताया जाता है कि भाजपा की नीतियों की खिलाफत करने के सूत्रधार उमेश सिंह ही थे।
संविधान को बचाने के लिए नहीं की शादी
कानून से डॉक्टरेट उमेश सिंह को संविधान के लिए कटिबद्ध माना जाता है। संविधान की रक्षा के लिए उमेश सिंह ने शादी नहीं करने का संकल्प लिया है। उन्होंने अपना जीवन लोकतंत्र को बचाने के लिए समर्पित कर दिया है। बसपा उमेश सिंह में बाबा साहेब की छवि देखती है और यही वजह है कि मायावती ने गाजीपुर सीट से उमेश सिंह को उतारा है।उमेश सिंह के रूप में बसपा ने भाजपा और सपा के आगे एक मजबूत कैंडिडेट खड़ा कर इस सीट पर अपना पलड़ा भारी कर लिया है।