Mukhtar Ansari: पक्का निशानेबाज था मुख्तार, हथियारों का भी रखता था शौक
Mukhtar Ansari: मुख्तार अंसारी ने अपने बड़े बेटे अब्बास अंसारी को पंजाब कनेक्शन का फायदा उठाते हुए अंतरराष्ट्रीय शूटर बना दिया। अब्बास अंसारी पर हथियारों का इतना भूत सवार हुआ की वो मेडल लाने के बजाय प्रतिबंधित असलहे रखना शुरू कर दिया।
Mukhtar Ansari: माफिया से नेता बने मुख्तार अंसारी की गुरुवार को बांदा मेडिकल कॉलेज में हार्टअटैक से मौत हो गई। माफिया मुख्तार अंसारी एक ऐसा शख्स था, जो हथियारों का शौक रखता था। यही नहीं मुख्तार अंसारी एक पक्का निशाने बाज भी था। मुख्तार अंसारी का निशाना भी बहुत पक्का था ।
2004 में एलएमजी खरीदने का मुख्तार पर लगा आरोप
माफिया मुख्तार अंसारी हथियारों का इतना शौकीन था की उसके उपर अवैध असलहे रखने का आरोप लगता रहा है। मुख्तार अंसारी वर्ष 2004 में सेना के एक भगोड़े से लाइटमशीनगन खरीदने का डील करने लगा। इसकी भनक जैसे ही प्रशासन को हुई तो प्रशासन की चुले हिल गईं। तब पुलिस ने मुख्तार के उपर पोटा के तहत मुकदमा दर्ज किया था।
बेटे को बनाया अंतरराष्ट्रीय शूटर
मुख्तार अंसारी ने अपने बड़े बेटे अब्बास अंसारी को पंजाब कनेक्शन का फायदा उठाते हुए अंतरराष्ट्रीय शूटर बना दिया। अब्बास अंसारी पर हथियारों का इतना भूत सवार हुआ की वो मेडल लाने के बजाय प्रतिबंधित असलहे रखना शुरू कर दिया। इस मामले में एसटीएफ ने अब्बास पर शिकंजा भी कसा।
2005 से जेल में बंद था मुख्तार
मुख्तार अंसारी वर्ष 2005 से हैं जेल में बंद था। 2005 में हुए एक चुनाव के दौरान मऊ में दंगा भड़काने का भी मुख्तार पर आरोप लगा था। इसी दौरान 2005 में ही कृष्णानंद राय की हत्या हो गई। जिसमें मुख्तार अंसारी को नामजद किया गया था। तब से मुख्तार अंसारी जेल में बंद था।