Ghazipur News: दस बदमाशों ने ट्रांसपोर्टर भाईयों से लूटे डेढ़ लाख, मारपीट कर किया घायल
Ghazipur News: दोनों भाईयों ने बतया कि दस की संख्या में नकाबपोश बदमाश हम लोगों को रोक कर हम लोगों को मारने पीटने लगे व हम लोगों के पास से डेढ़ लाख रुपये व एक सोने की चैन लेकर असलहा लहराते हुए भाग गये।
Ghazipur News: पुलिस प्रशासन द्वारा बदमाशों को पकड़ने के अभियान के बावजूद भी गाजीपुर जनपद में अपने कारनामें करने से बाज नहीं आ रहे हैं। ताज़ा मामला गाजीपुर जनपद के मरदह थाने क्षेत्र का है जहां बदमाशों ने दो भाईयों से करीब डेढ़ लाख रुपए लुट कर फरार हो गये ।
दस की संख्या में थे बदमाश
बता दें कि सेवठा गांव निवासी दो सगे भाई शशिकांत सिंह व सत्येन्द्र सिंह दो ट्रकों के मालिक हैं । दोनों लोग कासिमाबाद ट्रक का हिसाब करने गये हुए थे। पीड़ितों ने बताया की हम दोनों भाई हिसाब कर के वापस अपने घर आ रहे थे। तभी सिंगेरा गांव के पास पुर्वांचल एक्सप्रेस-वे के पुलिया के नीचे दस की संख्या में नकाबपोश बदमाश हम लोगों को रोक कर हम लोगों को मारने पीटने लगे व हम लोगों के पास से डेढ़ लाख रुपये व एक सोने की चैन लेकर असलहा लहराते हुए भाग गये। इस संबंध में मरदह थानाध्यक्ष योगेन्द्र सिंह ने बताया की पीड़ित के तरफ से मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। बदमाशों को पकड़ने के लिए एक टीम गठित कर दबिश दी जा रही है। किसी भी हाल में बदमाशों को बख्शा नहीं जायेगा ।
छोटी-छोटी घटनाओं पर पुलिस नहीं दे रही ध्यान
जनपद में ये कोई पहला मामला नहीं है। कुछ दिन पहले ही गाजीपुर जनपद के करीमुद्दीनपुर थाने क्षेत्र के बाराचवर पुर्वांचल एक्सप्रेस-वे के पुलिया के नीचे करीब आठ बजे फल बेच कर आ रहे दुकानदार से दो नकाबपोशों ने असलहे व चाकू के दम दस हजार की लुट कर फरार हो गये। तहरीर मिलने के बावजूद अब उन लुटेरों को करीमुद्दीनपुर पुलिस नहीं पकड़ पाई। यही नहीं उसी क्षेत्र में दोपहर करीब एक बजे के आसपास नकाबपोश दो बदमाशों ने बाराचवर निवासी बुल्लू सिंह से तीस हजार की मोबाइल लेकर फरार हो गये। पुलिस हाथ मलती रह गई। ऐसे छोटे-छोटे घटनाओं पर पुलिस ध्यान नहीं देती है। जो बाद में चलकर यही लोग किसी बड़ी घटना को अंजाम देते हैं। तब पुलिस जागती है।
बीट पुलिस रहती है गायब
ऐसी छोटी छोटी घटनाओं पर तभी लगाम लग सकता है । बीट पुलिस अपने अपने क्षेत्रों में सक्रिय रहे । लेकिन जीन पुलिसकर्मियों व उपनिरीक्षकों की बीट होती है । वो लोग अपने क्षेत्र में कभी दिखाई ही नहीं देते हैं । हालांकि ये एक जगह की बात नहीं है । हर जनपदों में यही हाल है ।