गोरखपुर: वर्कशॉप में प्रदूषण मुक्त होंगी गाड़ियां, जांच के लिए मशीन लगाना अनिवार्य
शहरों में वाहनों से बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सभी कंपनियों की गाड़ियों के वर्कशॉप में प्रदूषण जांच के लिए मशीन लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। सभी अधिकृत वर्कशॉप में पहली जनवरी से प्रदूषण जांचना अनिवार्य होगा।
गोरखपुर: शहरों में वाहनों से बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सभी कंपनियों की गाड़ियों के वर्कशॉप में प्रदूषण जांच के लिए मशीन लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। सभी अधिकृत वर्कशॉप में पहली जनवरी से प्रदूषण जांचना अनिवार्य होगा। सर्विसिंग को जाने वाली गाड़ियों से किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जा सकेगा। हालांकि बिना सर्विसिंग के लिए सिर्फ प्रदूषण जांच को जाने वाली गाड़ियों से निर्धारित शुल्क लिया जा सकेगा।
प्रदेश के टॉप प्रदूषित शहरों में गोरखपुर के शामिल होने की खबर के बाद आरटीओ के अफसरों की सक्रियता बढ़ गई है। अधिकारियों ने शुक्रवार को जिले के सभी डीलरों के साथ बैठक कर प्रदूषण रोकने के उपायों पर चर्चा के बाद अहम निर्णय लिया। तय हुआ कि अब दो पहिया और चार पहिया वाहनों के वर्कशॉप से गाड़ियां प्रदूषण मुक्त कर ही मालिक को सौंपी जाएगी। निर्धारित मानक से अधिक प्रदूषण की स्थिति में गाड़ी वर्कशॉप से बाहर नहीं निकलेगी। इसके लिए सभी वर्कशॉप में 31 दिसम्बर तक प्रदूषण जांच की मशीन को लगाना अनिवार्य कर दिया गया है।
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आरटीओ प्रशासन अनीता सिंह की अगुवाई में शुक्रवार को सभी डीलरों की बैठक कार्यालय में हुई। बैठक में तय हुआ कि उत्तर प्रदेश ऑनलाईन मोटरयान प्रदूषण जॉच केन्द्र योजना 2020 के बिन्दु 15 के तहत सभी वाहनों के वर्कशॉप में प्रदूषण जाँच केन्द्र स्थापित करना अनिवार्य होगा। पेट्रोल वाहनों और डीजल वाहनों के लिए अलग-अलग प्राधिकार पत्र लेना अनिवार्य होगा। सभी अधिकृत वर्कशॉप में प्रदूषण जाँच केन्द्र स्थापित किये जाने में आरटीओ की अधिकारी औपचारिकता पूरी करेंगे।
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प्रदूषण जांच का अतिरिक्त शुल्क नहीं ले सकेंगे
सभी डीलर अब प्रदूषण की जांच करने के साथ ही प्रमाण पत्र भी देंगे। सर्विसिंग के दौरान होने वाले प्रदूषण जांच को लेकर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा। यदि बिना सर्विर्सिंग के प्रदूषण की जांच होती है तो तय शुल्क देना होगा। सभी वर्कशाप में पहली जनवरी से प्रदूषण जांच की सुविधा का होना अनिवार्य है। एआरटीओ प्रशासन श्याम लाल का कहना है कि शहरों में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। प्रदूषण जांच के लिए मशीन लगाने में आरटीओ के अधिकारी सहयोग करेंगे।