गोरखनाथ मंदिर पहुंचे मोरारी बापू, पूजा-अर्चना के बाद गीता वाटिका का किया दर्शन
कुशीनगर में 23 से 31 जनवरी तक होने वाले रामकथा को लेकर गोरखपुर पहुंचे सुप्रसिद्ध कथावाचक मोरारी बापू ने शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर और गीता वाटिका में पूजा-अर्चना की। मोरारी बापू ने मंदिर में दिव्य ज्योति के दर्शन किए। इसके बाद मंदिर से जुड़े संत-महात्माओं से मुलाकात की।
गोरखपुर: कुशीनगर में 23 से 31 जनवरी तक होने वाले रामकथा को लेकर गोरखपुर पहुंचे सुप्रसिद्ध कथावाचक मोरारी बापू ने शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर और गीता वाटिका में पूजा-अर्चना की। मोरारी बापू ने मंदिर में दिव्य ज्योति के दर्शन किए। इसके बाद मंदिर से जुड़े संत-महात्माओं से मुलाकात की। इसके बाद वह गीता वाटिका पहुंचे। गीता वाटिका का भ्रमण करने के बाद वह शाम को कुशीनगर के लिए रवाना हो गए।
विशेष विमान से गोरखपुर पहुंचने पर आयोजकों और श्रद्धालुओं ने उनका स्वागत किया। एयरपोर्ट से मोरारी बापू सीधे गोरखनाथ मंदिर पहुंचे। मंदिर प्रबंधन से जुड़े द्वारिका तिवारी और अन्य लोगों ने उनका स्वागत किया। मोरारी बापू ने मुख्य मंदिर में दर्शन किया। इसके बाद दिव्य ज्योति के दर्शन किए। गोरखनाथ मंदिर में कुछ वक्त गुजारने के बाद मोरारी बापू गीता वाटिका पहुंचे। उन्होंने वहां मंदिर, वाटिका और श्री राधा बाबा के समाधि स्थल का दर्शन किया।
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23 से कुशीनगर में होगी मोरारी बापू की रामकथा
भगवान बुद्ध की परिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में सुप्रसिद्ध कथा वाचक मोरारी बापू की रामकथा का आयोजन किया गया है। 23 से 31 जनवरी तक चलने वाले रामकथा को लेकर हाईटेक व्यवस्था की जा रही है। मोरारी बापू फाइव स्टार होटल परिसर में बनी कुटिया में रहेंगे। बापू की 854 वीं रामकथा को लेकर विशेष पंडाल बनाया गया है। जहां सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जाएगा। प्रख्यात कथावाचक मोरारी बापू मोरारी बापू के रहने के लिए होटल रायल रेजीडेंसी में बनाई जा रही कुटिया के साथ ही दो स्विस कॉटेज भी बनाया जा रहा है। बापू जहां कथा सुनाएंगे वह पंडाल वातानुकूलित होगा। आयोजक मंडल श्रीराम कथा आयोजन यज्ञ समिति कुशीनगर के सदस्य तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं। कथा पांडाल में कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए कुर्सियों के बीच दो गज की दूरी रखी गई है। इसमें कुल पांच सौ लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी।
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इको फैंडली पंडाल बनाया जा रहा परिसर
परिसर को प्राकृतिक एवं पर्यावरण की दृष्टि से सजाया संवारा जा रहा है। सुरक्षा को जिला प्रशासन एक तरफ पल-पल नजर रखे हुए है, तो वहीं प्राइवेट सुरक्षा एजेंसियों ने व्यवस्था आयोजन स्थल से लेकर बापू के रहने वाले स्थलों को अपने जद में ले रखा है। सैकड़ों सशस्त्र सुरक्षा गार्ड तथा पंडाल एवं बापू के विश्राम स्थल की सुरक्षा के साथ-साथ पूरे परिसर को अपने घेरे में ले लिया है।
रिपोर्ट: पूर्णिमा श्रीवास्तव