बसपा के पूर्व विधायक जीएम सिंह का इस्तीफा, सपा में शामिल होने की अटकलें
गोरखपुर के महराजगंज के पनियरा विधानसभा सीट से विधायक रहे पूर्व राज्यमंत्री जीएम सिंह ने बसपा से इस्तीफा दे दिया है।
Gorakhpur News: गोरखपुर के सहजनवा और महराजगंज के पनियरा विधानसभा सीट से विधायक रहे पूर्व राज्यमंत्री जीएम सिंह ने बसपा से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने बसपा सुप्रीमो को इस्तीफा फैक्स कर दिया है। कयास लगाया जा रहा है कि पूर्व विधायक सपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि वह भाजपा में भी मौका तलाश रहे हैं। पूर्व विधायक जीएम सिंह ने इस्तीफे की सूचना अपने फेसबुक पर भी शेयर किया है।
पूर्वांचल में जीएम सिंह का सैथवार बिरादरी में खासा दखल है। वर्ष 2002 में वह बसपा के टिकट पर सहजनवा विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गये। वर्ष 2006-07 में बसपा सुप्रीमो ने उन पर भरोसा जताया और दूसरी बार विधानसभा क्षेत्र से टिकट दे कर मैदान में उतारा था। लेकिन मामूली अंतर से वह निर्दलीय यशपाल रावत से चुनाव हार गये। उस दौरान बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती के नेतृत्व में प्रदेश में बसपा की सरकार बनी और उन्हें दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री पद ने नवाजा गया।
वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में वह सहजनवा विधानसभा क्षेत्र छोड़कर महराजगंज के पनियरा चले गए। महराजगंज से बसपा के टिकट से चुनाव लड़ा और दूसरी बार जनता के आशीर्वाद से विधायक बन गये। तब उन्होंने भाजपा के कद्दावर नेता ज्ञानेन्द्र सिंह को हराया था। चौथी बार वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में मायावती ने अपना आस्था जताया और सहजनवा विधानसभा क्षेत्र से उन्हें टिकट मिला। लेकिन वह चुनाव हार गये। तबसे वह सक्रिय राजनीति से दूर रहे। शुक्रवार को उन्होंने बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती को फैक्स के माध्यम से अपना इस्तीफा भेज दिया। बसपा से इस्तीफा देने की खबर सुनते ही उनके आवास पर समर्थकों की भीड़ जमा हो गयी।
सपा में शामिल हो सकते हैं जीएम सिंह
कयास लगाया जा रहा है कि जीएम सिंह सपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि वह भाजपा में भी एंट्री की कोशिश कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों वह सपा के वरिष्ठ नेता के साथ सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से मिले थे। लेकिन पनियरा में पहले से सपा के बैनर तले तैयारी कर रहे दिग्गजों की मौजूदगी में उन्हें टिकट मिलेगा, संभव नहीं दिख रहा है। पनियरा से तैयारी कर रहे सपा नेता आफाक खान का कहना है कि ऐसे दलबदलू नेता को लेकर अध्यक्ष से वार्ता की जाएगी।