सरकारी सुविधाओं से मरहूम उपेक्षा का दंश झेल रहीं गरीब दिव्यांग बेटियां

Update:2018-10-25 11:53 IST

गोरखपुर: यूपी के महराजगंज में सिसवां विकास खंड के ग्राम पंचायत में दो दिव्यांग बेटियों सहित छः बच्चीयों के माता-पिता सरकारी सुविधाओं से महरूम है। सरकारी सुविधाओं के लिए दंपत्ति कई बार सिसवां ब्लाक और जिलाधिकारी कार्यालय का चक्कर लगा चुका है,बावजूद इसके इस गरीब परिवार को कोई सफलता नही मिली।

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सुविधाओं के लिए उच्चाधिकारियों से गुहार लगाई है।महराजगंज जिले के सिसवां विकास खंड के भुजौली ग्राम पंचायत के सुरेश प्रसाद की कुल छः बेटियों में तीसरी व पाँचवी नंबर की बेटियां दिव्यांग हैं, मगर दुर्भाग्य से दोनों बेटियों का न तो दिव्यांग प्रमाण पत्र बना है और ना ही कोई सरकारी सुविधाएं ही मिली हैं।

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भुजौली ग्रामसभा में झोपड़ी में जीवन यापन कर रहे सुरेश प्रसाद अपनी जीविका चलाने के लिए छोटी सी चाय की दुकान चलाते हैं। सुरेश प्रसाद कई बार ब्लॉक मुख्यालय पर आवास के लिए आवेदन किया, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई पहल नहीं हो सकी है। सुरेश प्रसाद अभी तक प्रधानमंत्री आवास योजना की आस लगाए बैठे हैं।

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योजना का लाभ न मिलने पर उन्होंने कई बार इसकी गुहार लगाई, लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिली है। किसी तरह अपना जीवन बसर कर रहे सुरेश प्रसाद ने किसी तरह दो बेटियों की शादी तो कर दी लेकिन शारिरिक रूप से दिव्यांग दो बेटियों को भी कोई सरकारी सुविधाएं नहीं मिली हैं।

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सुरेश प्रसाद (दो दिव्यांग बच्चीयों का बेबस पिता) ने बताया कि हमारी दो बच्चियां दिव्यांग है।इनके भविष्य की हमे चिंता है।कि इनका आने वाला समय कैसे व्यतीत होगा।हम सरकार से कहना चाहते है कि दिव्यांगों के लिये सरकार द्वारा जो सुविधा है।वो हमारी बच्चियों को मिले।

हम दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाने के लिए कितनी बार सरकारी अफसरों के आगे पीछे भागे लेकिन अभी तक किसी ने मेरी बच्चियों की सुध नहीं ली। गाँव के नुक्कड़ पर छोटी सी चाय की दुकान चला कर अपने परिवार का जीवकोपार्जन करने वाले सुरेश प्रसाद ने सरकारी सुविधाओं के लिए ग्राम प्रधान से लेकर ब्लॉक और जिले के अधिकारियों तक गुहार लगाई लेकिन इनके हिस्से में सिर्फ आश्वासन ही मिला।

वही पत्नी निराला देवी अपनी दोनों दिव्यांग बेटियों के भविष्य को लेकर काफ़ी चिंतित हैं। झोपड़ी में गुज़रबसर कर रहे इस परिवार के पास शौचालय तक नहीं है,जिससे इस परिवार को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस सम्बंध सीडीओ महाराजगंज राम सिंहासन प्रेम का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। उनकी जांच कराकर जो भी मूलभूत सुविधाएं हैं उनको प्रदान की जाएगी फिलहाल यह मामला मेरे संज्ञान में पहली बार आया है।

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