Gorakhpur: NHAI अफसर ने NOC के नाम पर मांगे 50 हजार, CBI ने दबोचा

Gorakhpur News: सीबीआई लखनऊ की एंटी करप्शन ब्रांच ने बुधवार को इस संबंध में विजेन्द्र सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धारा सात के तहत मुकदमा दर्ज किया।

Update: 2024-07-05 02:04 GMT

CBI caught NHAI officer  (photo: social media )

Gorakhpur News: यूपी और बिहार में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भारी अंतर के चलते इन दिनों बार्डर एरिया में पेट्रोप पंपों की बाढ़ आ गई है। देखते ही देखते दो साल के अंदर 5 किलोमीटर हाईवे पर 20 से अधिक पेट्रोल पंप खुल गए हैं। बिहार और यूपी में डीजल की कीमतों में 5.50 रुपये तो पेट्रोल में 11 रुपये का अंतर है। इसी लिए बॉर्डर एरिया में खूब पेट्रोल पंप खुल रहे हैं। पेट्रोल पंप की एनओसी 17 विभागों से लेनी होती है। कोई भी एनओसी बिना चढ़ावा के नहीं होती है। पेट्रोल के पंप के एनओसी के नाम पर एनएचएआई अफसर ने घूस मांगा। भाजपा नेता की शिकायत पर घूस मांगने वाले एनएचएआई अफसर को सीबीआई ने 50 हजार रुपये के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है।

भाजपा धनंजय राय ने अपनी शिकायत में कहा है कि उन्हें तमकुहीराज में जुलाई 2023 में पेट्रोल पंप आवंटित हुआ है। हाईवे पर पंप लगाने से पहले एनएचआई सहित 17 विभागों से एनओसी लेनी होती है। उन्होंने सितम्बर 2023 में एनओसी के लिए आवेदन करते हुए नवम्बर 2023 तक सभी दस्तावेज जमा कर दिए। जनवरी 2024 तक 16 विभागों से उन्हें एनओसी मिल गई लेकिन एनएचआई में आवेदन अटका रहा। फाइल मैनेजर (टेक्निकल) एवं प्रोजेक्ट डायरेक्टर के निजी सचिव विजेन्द्र सिंह के पास लंबित है। मुलाकात करने पर विजेन्द्र ने एनओसी के बदले डेढ़ लाख रुपये मांगे। इसके बाद एक जुलाई को उन्होंने लखनऊ स्थित सीबीआई के दफ्तर में शिकायत की। सीबीआई की टीम धनंजय को लेकर तीन जुलाई को विजेन्द्र के ऑाफिस पहुंची। धनंजय ने घूस की रकम विजेन्द्र को दे दी। जैसे ही वह बाहर निकले सीबीआई टीम ने निजी सचिव को 50 हजार रुपये के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। एनएचएआई के प्रोजेक्ट निदेशक ललित प्रताप सिंह ने बताया कि जांच में पकड़े गए कर्मचारी पर विभागीय कार्रवाई होगी। इस संबंध में मुख्यालय सहित अन्य अफसरों को पत्र भेज दिया गया है।

डायरी और नकदी बरामद

सीबीआई लखनऊ की एंटी करप्शन ब्रांच ने बुधवार को इस संबंध में विजेन्द्र सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धारा सात के तहत मुकदमा दर्ज किया। गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने विजेन्द्र के कार्यालय और आवास की तलाशी लेकर डायरी समेत कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए हैं। मामले की विवेचना सीबीआई एसीबी लखनऊ के पुलिस उपाधीक्षक विपिन कुमार सिंह को सौंपी गई है।

खुद एनओसी का मामला डील करता था विजेन्द्र

एनएचएआई के कार्यालय में तैनात निजी सहायक व मैनेजर (टेक्निकल) विजेंद्र कीहर आगंतुक पर उसकी नजर रहती थी। एनओसी के लिए जब भी कोई फाइल आती तो वह पहले खुद ही मामला डील करता। पेट्रोल पंप की एनओसी हो या अन्य कोई प्रोजेक्ट, वह हर आने वाले से कहता था कि मुझसे बात कीजिए।

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