Gorakhpur News: गोरखपुर में तैनात आईएएस अधिकारी के खिलाफ सीएम से हो गई शिकायत, मुश्किल बढ़ी तो किया ये काम

Gorakhpur News: प्राधिकरण के मुताबिक गीडा के स्थापना दिवस समारोह पर 30 नवंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इज आफ डूइंग बिजनेस के तहत गीडा की आफ लाइन सेवाओं को ऑनलाइन करने एवं निवेश मित्र पोर्टल से एकीकृत करने का शुभारंभ किया था।

Update:2025-01-04 10:28 IST

IAS और गीडा सीईओ अनुज मालिक  (photo: social media )

Gorakhpur News: चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के पदाधिकारियों द्वारा 2 जनवरी को मुख्यमंत्री से हुए मुलाकात में गीडा सीईओ की कार्यप्रणाली को लेकर उठे सवालों के बाद गीडा प्रशासन शुक्रवार को सक्रिय दिखा। उद्यमियों ने मुख्यमंत्री से शिकायत की थी कि गीडा सीईओ अनुज मलिक द्वारा कार्य का विभाजन नहीं किये जाने से दर्जनों मामले लंबित पड़े हुए हैं। इतना ही नहीं उद्यमियों के संगठन अपने पदाधिकारियों से लंबित मामलों की सूची मांग रहे हैं। अभी तक 60 से अधिक लंबित मामलों की सूची बनाई जा चुकी है। आईएएस और गीडा सीईओ अनुज मलिक सीएम से शिकायत के बाद सक्रिय दिख रही हैं लेकिन उनकी मुश्किलें बढ़ती दिख रही है।

शिकायत के बाद सीएम ने उद्यमियों को लंबित मामलों की जांच को लेकर भरोसा दिया था। इसके बाद गीडा सीईओ की पहल पर इज आफ डूइंग बिजनेस यानी कारोबार में आसानी के लिए गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने उद्यमियों से जुड़ी आठ प्रमुख सेवाओं को भी अब आन लाइन करते हुए निवेश मित्र पोर्टल से जोड़ दिया है। यद्यपि, अभी इन सेवाओं को लेकर गिनती के कुछ ही ऑनलाइन आवेदन आए हैं, जिसपर गीडा प्रशासन का इस सुविधा के प्रचार-प्रसार पर जोर है। प्राधिकरण की सीईओ अनुज मलिक ने इस संबंध में चैम्बर आफ इंडस्ट्रिज के अध्यक्ष आरएन सिंह, लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष दीपक कारीवाल और चैम्बर आफ रेडीमेड गारमेंट्स के अध्यक्ष रमाशंकर शुक्ला को पत्र लिखकर उद्यमियों को इन सेवाओं के आनलाइन होने और निवेश मित्र पोर्टल से जोड़े जाने के बारे में जानकारी देने का अनुरोध किया है ताकि ज्यादा से ज्यादा उद्यमियों को इसका लाभ मिल सके।

मुख्यमंत्री ने किया था सीएम पोर्टल का शुभारंभ

प्राधिकरण के मुताबिक गीडा के स्थापना दिवस समारोह पर 30 नवंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इज आफ डूइंग बिजनेस के तहत गीडा की आफ लाइन सेवाओं को ऑनलाइन करने एवं निवेश मित्र पोर्टल से एकीकृत करने का शुभारंभ किया था। इसमें से उद्यमियों की प्राथमिकता वाली आठ सेवाओं जैसे समय विस्तारण, वित्तीय संस्थान को लीज डीड का हस्तांतरण, पूर्णता सर्टिफिकेट, पूरे भुगतान के बाद अनापत्ति प्रमाण पत्र, निरस्तीकरण के बाद भूखंड वापसी आदि को निवेश मित्र पोर्टल से जोड़ने के साथ ही उसे गो लाइव किया गया है। लेकिन करीब डेढ़ महीने में इन सुविधाओं से जुड़े ऑनलाइन आवेदनों की संख्या बहुत कम है।

शिकायत पर इनसे करें संपर्क

गीडा की सीईओ ने बताया कि प्रक्रिया के संबंध में सहायता एवं जानकारी के लिए कार्यालय में स्थापित किए गए हेल्प डेस्क या उद्यमी मित्र बलराम यादव (मो.9151803984), अनुप कुमार गुप्ता (मो.9151804004) और निहारिका भाष्कर (मो.9151803991) से संपर्क किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि उद्यमियों की सहूलियत के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया का वीडियो गीडा की वेबसाईट www.gidagkp.in पर उपलब्ध है।

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