Gorakhpur: अजब DDU का गजब कारनामा, पढ़ाई पूरी करने के बाद भी नहीं मिली मार्कशीट, एंट्रेस पास करने के बाद भी दाखिला नहीं मिला

Gorakhpur News: छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन मार्कशीट के नाम पर 100 रुपये शुल्क लेता है। ऐसे में आनाकानी सिर्फ घोटाला है।

Update:2024-07-01 07:47 IST

Gorakhpur DDU   (photo: social media )

Gorakhpur News: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय अपने कारनामों को लेकर सुर्खियों में रहता है। अब यह पढ़ाई पूरी करने के बाद भी छात्रों को मार्कशीट मुहैया नहीं कराने को लेकर सुर्खियों में है। जिम्मेदारों की दलील है कि मार्कशीट वेबसाइट पर उपलब्ध है। लेकिन छात्रों का कहना है कि डाउनलोड किये गए मार्कशीट को अन्य विश्वविद्यालय मान्य नहीं कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन मार्कशीट के नाम पर 100 रुपये शुल्क लेता है। ऐसे में आनाकानी सिर्फ घोटाला है।

डीडीयू में सत्र 2021-22 में सीबीसीएस सिस्टम लागू हुआ था। इसके तहत स्नातक में सेमेस्टर परीक्षाएं होने लगीं। हर सेमेस्टर में छात्र-छात्राओं से अंक पत्र के लिए निर्धारित शुल्क 100 रुपये लिया गया। लेकिन एक बार भी अंक पत्र नहीं दिया गया। छात्र-छात्राओं के पास विश्ववविद्यालय की वेबसाइट से डाउनलोड अंक पत्र ही है। समय-समय पर विद्यार्थी डीडीयू प्रशासन से अंक पत्र के मूल प्रति की मांग करते रहे लेकिन कोई ठोस जवाब नहीं दिया गया।सीयूईटी के जरिए केंद्रीय और देश के प्रतिष्ठित राज्य विश्वविद्यालयों में स्नातक व परास्नातक में काउंसलिंग शुरू हो गई है। सीयूईटी में जो विद्यार्थी मेरिट में आए हैं, वे प्रवेश के लिए सम्बंधित विश्वविद्यालयों में जा रहे हैं तो वहां अंक पत्र की मूल प्रति मांगी जा रही है। मूल प्रति नहीं दे पाने पर सम्बंधित विश्वविद्यालय प्रवेश लेने से इनकार कर रहे हैं। छात्र अब डीडीयू के चक्कर लगा रहे हैं। डीडीयू प्रशासन मार्कशीट की डाउनलोड कॉपी अटेस्ट करके देने को कह रहा है लेकिन सम्बंधित विश्वविद्यालय उसे मानने को तैयार नहीं हैं। इससे छात्र आशंकित हैं। इसे लेकर बड़ी संख्या में अलग-अलग समूहों में विद्यार्थियों ने डीडीयू प्रशासन के समक्ष शिकायत दर्ज कराई है। छात्रा अंशिका तिवारी और अविनाश ने हरि सिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय, सागर का विकल्प सीयूईटी (पीजी) में दिया है। शालिनी और प्रिया सिंह ने माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय, भोपाल में आवेदन किया है। अमीषा पटेल को दिल्ली विश्वविद्यालय में काउंसलिंग करानी है।

डीडीयू का दावा, सभी मार्कशीट एक साथ जारी होंगे

एक साथ जारी होंगे सभी छह मार्कशीट इन विद्यार्थियों के मुताबिक एक भी सत्र का मूल अंक पत्र नहीं होने के कारण वैरीफिकेशन में मामला अटक जा रहा है। इन संस्थानों का कहना है कि कम से कम दो साल के मार्कशीट की मूलप्रति तो होनी ही चाहिए। इधर, डीडीयू प्रशासन कह रहा है कि स्नातक के विद्यार्थियों के सभी छह सेमेस्टर के अंक पत्र एक साथ जारी होंगे। डीडीयू के परीक्षा नियंत्रक डॉ.कुलदीप सिंह का कहना है कि स्नातक के सभी विद्यार्थियों के सभी छह सेमेस्टर के अंक पत्र एक साथ जारी किए जाएंगे। छात्रों के हित में जल्द से जल्द स्नातक के परिणाम घोषित करने की कोशिश की जा रही है।



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