Gorakhpur News: 15 मोहल्लों में डेंगू का प्रकोप, नगर निगम और मलेरिया विभाग बस कागजों में सक्रिय
Gorakhpur News: बीते दो महीने में डेंगू के ग्राफ में तेजी से उछाल आया है। पिछले दो महीने में जिले में डेंगू के 42 नए मामले सामने आ चुके हैं। डेंगू के मरीजों की संख्या 48 हो गई है।
Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। अस्पतालों के ओपीडी से लेकर पैथालॉजी में बढ़ रहे आकड़ों पर गौर करें तो महानगर के 15 से अधिक मोहल्लों में डेंगू के मरीज मिले हैं। शहर में हुमायूंपुर और राप्तीनगर में डेंगू के सबसे अधिक प्रभावित मिले हैं। डेंगू के बढ़ते प्रभाव के बीच नगर निगम होर्डिंग बैनर से लोगों को जागरूक करने की कवायद कर रहा है। तो वहीं मलेरिया विभाग 30 टीमों का गठन कर प्रभावी कदम उठाने का दावा कर रहा है।
50 के करीब पहुंचा आंकड़ा
डेंगू के मरीजों का आकड़ा 50 के करीब पहुंच चुका है। शहर के 15 ऐसी कालोनियां चिन्हित हुईं हैं जहां डेंगू के मरीज मिले हैं। सर्वाधिक मरीज राप्तीनगर के रामजानकी नगर के कौशलपुरम नकहा नंबर एक में मिले हैं। यहां डेंगू के दो मरीज मिले हैं। दोनों वयस्क हैं। हुमायूंपुर एवं आसपास की कालोनियों में डेंगू के तीन मरीज मिले हैं। हुमायूंपुर से सटे जहीदाबाद भी डेंगू प्रभावित है। 21 सितम्बर को जंगल कौड़िया के बनकटवा उर्फ सरहरी में 45 वर्षीय महिला और सरदारनगर के सरैया में 47 वर्षीय पुरुष में डेंगू की पुष्टि हुई। एलाइजा जांच के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कंफर्म डेंगू की रिपोर्ट जारी कर दी है।
शहर से गांव तक मिल रहे मरीज
बीते दो महीने में डेंगू के ग्राफ में तेजी से उछाल आया है। पिछले दो महीने में जिले में डेंगू के 42 नए मामले सामने आ चुके हैं। इसके साथ ही जिले में डेंगू के कुल मरीजों की संख्या 48 हो गई है। इनमें ग्रामीण क्षेत्र में 31 मरीज मिले हैं। जबकि नगर निगम में 17 मरीज मिले। इन मरीजों में 16 मरीज ऐसे रहे जो दूसरे जिलों में जाकर बीमार पड़े और वहां डेंगू की पुष्टि हुई। मलेरिया विभाग द्वारा अब तक 12 लोगों को नोटिस दी जा चुकी है। 43966 जगह पर सोर्स रिडक्शन किया गया। यही वजह है कि डेंगू का प्रकोप पिछले वर्ष की तुलना में कम है। जिले में 10242 नमूनों की जांच भी हो चुकी है। जिसमें रैपिड किट से 5043 और एलाइजा किट से करीब 1700 नमूनों की जांच हुई।
नगर निगम की नहीं दिख रही सक्रियता
डेंगू के बढ़ते मरीजों के बीच नगर निगम की सक्रियता नहीं दिख रही है। निगम के जिम्मेदार फागिंग और छिड़काव के बजाए सिर्फ होर्डिंग पर जागरूकता संदेश लिखवाकर कोरम पूरा कर रहे हैं। जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि डेंगू पर नियंत्रण के 30 से अधिक टीम सक्रिय है। नगर निगम से भी इसमें मदद ली जा रही है।