Gorakhpur News: सपा नेता और पूर्व विधायक विनय तिवारी की 72 करोड़ की संपत्तियां जब्त, यह है पूरा मामला

Gorakhpur News: गंगोत्री इंटरप्राइजेस लिमिटेड द्वारा बैंकों का करीब 1129.44 करोड़ रुपये हड़पने के मामले में सीबीआई ने बैंकों की शिकायत पर केस दर्ज किया था।

Update: 2023-11-18 01:55 GMT

पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी (Newstrack)

Gorakhpur News: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी और उनके परिवार के सदस्यों की 72.08 करोड़ रुपये मू्ल्य की 27 संपत्तियों को अस्थाई तौर पर जब्त कर लिया है। लखनऊ, गोरखपुर व महराजगंज जिले में इन संपत्तियों को ईडी और बैंक ने पहले ही चिन्हित कर रखा है।

पूर्व विधायक विनय शंकर से जुड़े मेसर्स गंगोत्री इंटरप्राइजेज लिमिटेड नामक एक कंपनी के मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध में शामिल होने के कारण की गई है। विनय शंकर तिवारी और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर पंजीकृत इस कंपनी में परिवार के ही सदस्य निदेशक, प्रमोटर व गारंटर हैं। कंपनी के विरुद्ध धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) 2002 के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज है।

बैंक से धोखाधड़ी का मामला 

ईडी ने सीबीआई नई दिल्ली द्वारा कंपनी के खिलाफ दर्ज एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की थी। जांच में पता चला कि गंगोत्री इंटरप्राइजेज लिमिटेड ने अपने प्रमोटरों, निदेशकों व गारंटरों के साथ मिलकर धोखाधड़ी से बैंक की क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया। बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व में सात बैंकों के कन्सोर्टियम से 1129.44 करोड़ रुपये लोन लिया। फर्म ने बाद में इन लोन का भुगतान नहीं किया गया। गंगोत्री इंटरप्राइजेज द्वारा द्वारा बड़े पैमाने पर धन का डायवर्जन और उसका दुरुपयोग किया गया। जांच में पता चला कि गंगोत्री एंटरप्राइजेज लिमिटेड और उसके प्रमोटरों, निदेशकों व गारंटरों ने बैंकिंग मानदंडों का उल्लंघन करते हुए बैंकों के कन्सोर्टियम को 754.24 करोड़ रुपये की चपत लगाई। इस मामले में ईडी की आगे की जांच अभी जारी है।

बैंक की शिकायत पर सीबीआई ने दर्ज किया था केस

गंगोत्री इंटरप्राइजेस लिमिटेड द्वारा बैंकों का करीब 1129.44 करोड़ रुपये हड़पने के मामले में सीबीआई ने बैंकों की शिकायत पर केस दर्ज किया था। जिसके बाद ईडी भी विनय तिवारी समेत कंपनी के समस्त निदेशक, प्रमोटर और गारंटर के खिलाफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। इस मामले में सीबीआई ने विनय के साथ ही उनकी पत्नी रीता तिवारी और कंपनी के एक अन्य निदेशक अजीत पांडेय को नामजद करते हुए दिल्ली में 19 अक्टूबर 2020 को केस दर्ज किया था।

करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं विनय

2022 विधानसभा चुनाव में नामांकन पत्र के साथ दिए गए शपथ पत्र के मुताबिक विनय के पास लखनऊ में एक होटल और उनकी पत्नी के नाम लखनऊ में गैस हाउस और आइस फैक्ट्री है। उनके और उनकी पत्नी के पास 67.51 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति है। इसमें 25.64 करोड़ की चल और 41.87 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। हालांकि, विधानसभा चुनाव 2017 की तुलना में तिवारी दंपति की संपत्ति में करीब सात लाख रुपये की कमी आई है। पिछले चुनाव में उनके पास कुल 67.58 करोड़ रुपये की संपत्ति थी। विनय के पास एक राइफल और एक पिस्टल है तो उनकी पत्नी के पास भी एक रिवाल्वर है। उनके पास 22 लाख रुपये के सोने के जेवरात हैं तो उनकी पत्नी के पास 1.34 करोड़ रुपये के सोने और 2.05 लाख रुपये के चांदी के आभूषण हैं। विनय ने लखनऊ विश्वविद्यालय से 1987 में एलएलबी की ‌डिग्री हासिल कर रखी है। 

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