Gorakhpur News: गोरखपुर मंडल की सभी छह सीटों पर दिखा योगी की जनसभाओं का असर

Gorakhpur News: विकास और विरासत के मुद्दे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर की सभी नौ विधानसभाओं में अलग-अलग सभाओं के साथ गोरखपुर शहर और ग्रामीण विधानसभा में रोड शो किया था।

Update: 2024-06-04 16:21 GMT

CM Yogi (Pic: Social Media)

Gorakhpur News: सलेमपुर को छोड़ दें तो गोरखपुर मंडल की छह लोकसभा सीटों पर भाजपा 2019 का प्रदर्शन दोहराने में कामयाब हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का फैक्टर इन छह सीटों पर प्रभावी दिख रहा है। सलेमपुर में सपा आगे है। लेकिन इस लोकसभा की तीन विधानसभा सीटें बलिया में आती हैं। सलेमपुर और भाटपार रानी देवरिया जिले में है। दोनों सीटों पर भाजपा के रविन्दर कुशवाहा को बढ़त दिख रही है।

2019 में भी मिली थी जीत

वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में गोरखपुर मंडल की सभी छह सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों को प्रचंड जीत मिली थी। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने इन सीटों पर पुराने प्रदर्शन को दोहराने की चुनौती थी। विकास और विरासत के मुद्दे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर की सभी नौ विधानसभाओं में अलग-अलग सभाओं के साथ गोरखपुर शहर और ग्रामीण विधानसभा में रोड शो किया था। इसी के साथ उन्होंने कुशीनगर, बांसगांव, देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज में भी कम से कम दो-दो सभाएं भी कीं। गठबंधन की तरफ से भी इन सीटों जातिगत समीकरण के आधार पर प्रत्याशियों को उतारा गया। लेकिन योगी की पूरे क्षेत्र में स्वीकार्यता विपक्ष की रणनीति पर भारी पड़ी। यह जीत तब हुई जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और प्रियंका गांधी ने जनसभाओं के जरिये गोरखपुर, महराजगंज, बांसगांव, देवरिया सीटों पर पूरा जोर भी लगाया।

योगी फैक्टर से जीते रवि किशन

योगी फैक्टर के असर का नतीजा है कि गोरखपुर सीट पर भाजपा प्रत्याशी रवि किशन शुक्ला जीत का डबल करने में कामयाब हुए हैं। उन्होंने नजदीकी मुकाबले में सपा की काजल निषाद को हराया है। पिछली बार रवि किशन शुक्ला ने पहली ही बार में 717,122 वोट हासिल कर सपा के रामभुआल निषाद को तीन लाख वोटों से अधिक के अंतर से हराया था। वहीं बांसगांव में कांटे की टक्कर में भाजपा कमलेश पासवान ने गठबंधन प्रत्याशी कांग्रेस के सदल प्रसाद को हराया। 2019 में गोरखपुर-बस्ती मंडल की 9 लोकसभा में सर्वाधिक वोटों के अंतर से जीतने वाले पंकज चौधरी कड़ी टक्कर में कांग्रेस के वीरेन्द्र चौधरी से जीतने में कामयाब हुए। कुशीनगर में गठबंधन ने सैथवार बिरादरी के अजय प्रताप उर्फ पिंटू सैंथवार को उतारकर इस जाति के गुस्से को भुनाने की कोशिश की। लेकिन भाजपा प्रत्याशी विजय दूबे जातिगत समीकरणों को पार कर जीत हासिल करने में कामयाब रहे। 

बस्ती मंडल में मिलने लगे थे खराब संकेत

वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में बस्ती मंडल की सभी तीन सीटों पर भाजपा को जीत मिली थी। डुमरियागंज में जंगदम्बिका पाल एक लाख से अधिक वोटों से जीते थे, लेकिन संतकबीर नगर प्रवीण निषाद और बस्ती में हरीश द्विवेदी को सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी से कड़ी टक्कर मिली थी। 2022 के विधानसभा चुनाव में बस्ती में पांच विधानसभा में से चार सीटों पर भाजपा को हार मिली थी। तीन सीट सपा के खाते में गई थी तो एक सीट ओमप्रकाश राजभर की पार्टी को मिली थी। पुराने प्रदर्शन को बरकरार रखते हुए बस्ती में सपा के राम प्रसाद चौधरी ने भाजपा के हरीश द्विवेदी को हैट्रिक बनाने से रोक लिया। वहीं संतकबीर नगर में निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉ.संजय निषाद और निवर्तमान सांसद प्रवीण निषाद सपा के लक्ष्मीकांत उर्फ पप्पू निषाद ने हार गए।

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