Gorakhpur News: कॉपर-टी लगवाने में शामली UP में नंबर वन, जानें गोरखपुर है कहां, नसबंदी का आंकड़ा चौंकाने वाला

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Update:2025-01-06 08:37 IST

Gorakhpur News: (Social Media)

Gorakhpur News: प्रदेश में गर्भ निरोधक इस्तेमाल करने में पुरूषों की उदासीनता साफ दिख रही है। हालांकि महिलाएं इसे लेकर संजीदा है। स्वास्थ्य विभाग के आकड़े तस्दीक कर रहे हैं इंट्रा यूटेरिन कांट्रेसेप्टिव डिवाइस (आईयूसीडी) जिसे आम बोलचाल की भाषा में कॉपर-टी कहते हैं, लगवाने में प्रदेश में शामली की महिलाएं सबसे आगे हैं। गोरखपुर कॉपर-टी लगवाने में तीसरे नंबर पर तो सिद्धार्थनगर दूसरे स्थान पर है।

बुद्ध की धरती कुशीनगर में इसे लेकर लापरवाही दिख रही है। प्रदेश में सबसे निचले पायदान पर कुशीनगर है। नए साल में स्वास्थ्य विभाग ने नवंबर तक के परफार्मेंस रिकॉर्ड को जारी किया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के महानिदेशक ने इसको लेकर बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले 10 और खराब प्रदर्शन करने वाले 10 जनपदों की सूची जारी की है। महानिदेशक ने बताया कि आईयूसीडी में लक्ष्य के मुताबिक प्रदेश ने अब तक 63.90 फीसदी लक्ष्य पूरा किया है। प्रदेश में सबसे बेहतरीन प्रदर्शन शामली का रहा। यहां लक्ष्य के सापेक्ष 96.68 फीसदी सफलता हासिल हो चुकी है। सिद्धार्थनगर में 91.44 और गोरखपुर में 86.86 फीसदी लक्ष्य पूरा हो गया है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-पांच (एनएफएचएस-5) के मुताबिक प्रदेश में प्रति दंपती औसत जन्मदर 2.4 है। सरकार इसे 1.9 करने का लक्ष्य रखा है। इसी वजह से परिवार नियोजन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सीएमओ गोरखपुर डॉ.आशुतोष कुमार दूबे का कहना है कि परिवार नियोजन को लेकर विभाग संजीदा है। लोगों को परिवार नियोजन के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसका सकारात्मक परिणाम भी मिल रहा है।

ये हैं टॉप टेन जिले

बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले टॉप-10 की सूची में श्रावस्ती, संभल, कन्नौज, बरेली, कौशांबी, फिरोजाबाद और सहारनपुर भी शामिल है। अस्थाई परिवार नियोजन में अंतर इंजेक्शन भी शामिल है। इस इंजेक्शन का उपयोग करने से तीन महीने तक गर्भावस्था से बचा जाता है। यह इंजेक्शन महिलाओं को लगाया जाता है। इसमें भी टॉप 10 जनपदों में देवरिया, सिद्धार्थनगर और गोरखपुर शामिल है।

कुशीनगर सबसे फिसड्डी

आईयूसीडी लगवाने के मामले में कुशीनगर की महिलाएं सबसे निचले पायदान पर है। नवंबर तक के आंकड़ों के मुताबिक कुशीनगर में सिर्फ 26.54 फीसदी लक्ष्य पूरा हो सकता है। आईयूसीडी को लेकर प्रदेश के अन्य पिछड़े जिलों में अयोध्या, मिर्जापुर, सोनभद्र, हापुड़, कासगंज, मैनपुरी, चंदौली, रायबरेली और फतेहपुर शामिल हैं।

पुरुष नसबंदी में संतकबीर नगर और बस्ती आगे

परिवार नियोजन की सुविधाओं को लेकर जारी सूची में पुरुष नसबंदी भी शामिल है। पुरुष नसबंदी करने वाले टॉप 10 जनपदों में संतकबीर नगर और बस्ती शामिल है। जबकि खराब प्रदर्शन करने वाले जनपदों की सूची में सिद्धार्थनगर है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक नवंबर तक प्रदेश में लक्ष्य का औसतन 34.71 फीसदी पूरा हो चुका है। इसमें सबसे बेहतरीन प्रदर्शन प्रयागराज का रहा। जहां 97.15 फीसदी लक्ष्य पूरा हो गया। संतकबीर नगर में 84.38 और बस्ती में 52.38 फीसदी लक्ष्य पूरा हुआ है। वहीं पुरुष नसबंदी को लेकर पिछड़े जिलों में सिद्धार्थ नगर पहले चार में शामिल है। यहां लक्ष्य का सिर्फ 4.17 फीसदी ही पूरा हुआ है।

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