Gorakhpur News : गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग में होगी स्पेनिश और फ्रेंच की भी पढ़ाई, अध्ययन परिषद में हुआ निर्णय

Gorakhpur News: महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर के अंतर्गत संचालित गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग में मंगलवार को अध्ययन परिषद की बैठक आयोजित की गई।

Update: 2024-07-02 12:29 GMT

Gorakhpur News:  महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर के अंतर्गत संचालित गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग में मंगलवार को अध्ययन परिषद की बैठक आयोजित की गई। इसमें प्रधानाचार्य डॉ. डीएस अजीथा ने एएनएम, जीएनएम, बीएससी, एमएससी नर्सिंग के लिए इंडियन नर्सिंग काउंसिल द्वारा दिए गए सिलेबस पर चर्चा की गई। सिलेबस के अनुसार दो भाषाओं स्पेनिश और फ्रेंच को सम्मिलित करने की योजना बनाई गई।

बैठक में डॉक्टर रेणुका, प्राचार्य, एम्स गोरखपुर, श्रीमती प्रींसी जॉर्ज प्रोफेसर कम्युनिटी हेल्थ नर्सिंग, श्रीमती रजीथा आर एम एसोसिएट प्रोफेसर श्रीमती सीमा रानी दास एसोसिएट प्रोफेसर मेंटल हेल्थ नर्सिंग, श्रीमती ममता रावत असिस्टेंट प्रोफेसर, मिस.ईस्वरी के. असिस्टेंट प्रोफेसर ओबीजी विभाग, श्रीमती रिंकी सिंह, नर्सिंग ट्यूटर गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग, डॉ. प्रदीप कुमार राव कुलसचिव महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।

गंभीर रोगों का आयुर्वेद में उपचार

महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित गुरु गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (आयुर्वेद कॉलेज) में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया गया। इस अवसर पर शल्य तंत्र चिकित्सक डॉ. किरन कुमार रेड्डी ने भारत रत्न से सम्मानित महान चिकित्सक डॉ. विधान चंद्र राय के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनकी जयंती राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के रूप में मनाई जाती है। डॉ. रेड्डी ने कहा कि यह दिन उन डॉक्टरों और चिकित्सा क्षेत्र में काम करने वाले सभी लोगों के सम्मान में मनाया जाता है, जो अपनी सेवा और समर्पण के माध्यम से समाज को स्वस्थ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कार्यक्रम के दौरान आयुर्वेद कॉलेज के चिकित्सकों ने अपने चिकित्सीय अनुभवों को साझा किया।

डॉ अश्वथि नारायण ने केस प्रेजेंटेशन के जरिये बताया कि तुण्डिकेरी, अभिस्यन्द, एलर्जिक रायनाइटिस के पूर्णतया उपचार आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति से किया जा सकता है। डॉ. अभिजीत ने बताया कि जोड़ो के दर्द (अर्थराइटिस), मधुमेह और अति गंभीर रोगों में वह आयुर्वेद उपचार द्वारा रोगी को ठीक कर रहे हैं। कार्यक्रम के अंत में कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. नवीन के. ने कहा कि इस दिवस पर हमें सभी चिकित्सकों का आभार व्यक्त करना चाहिए और उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना करनी चाहिए।

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