BJP Mission 2024: सौरभ विश्वकर्मा पर हुई थी गैंगस्टर व रासुका की कार्रवाई, अब गोरखपुर में खिलाएंगे ‘कमल’

Gorakhpur News: योगी सरकार में सौरभ विश्वकर्मा व चंदन विश्वकर्मा पर गैंगस्टर व रासुका की कार्रवाई भी हो चुकी है। सुनील सिंह के साथ चंदन पर वर्ष 2018 में रासुका लगा था। दोनों भाइयों पर हत्या, हत्या के प्रयास सहित गंभीर आरोप में 40 से ज्यादा केस दर्ज हैं।

Update:2024-02-07 20:14 IST

बीजेपी के वरिष्ठ नेता और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Social Media)

Gorakhpur News: महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता के करीबी रिश्तेदार को हराकर निर्दलीय चुनाव जीतने वाले सौरभ विश्वकर्मा (Saurabh Vishwakarma) पर योगी सरकार में ही गैंगस्टर एक्ट और रासुका की कार्रवाई हुई थी। लेकिन, अब सौरभ विश्वकर्मा के साथ समाजवादी पार्टी के टिकट पर जीतने वाले विश्वजीत त्रिपाठी (Vishwajeet Tripathi) और बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर जीतने वाली समीना, भाजपा के पाले में हैं। सौरभ, विश्वजीत से लेकर समीना तक गोरखपुर में अब 'कमल' खिलाएंगे।

कभी सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के करीबी रहे पार्षद सौरभ विश्वकर्मा भाजपा में शामिल हुए, तो सभी चौंक गए। बुधवार (07 फरवरी) को लखनऊ स्थिति भाजपा प्रदेश कार्यालय पर सौरभ विश्वकर्मा, सपाई विश्वजीत त्रिपाठी, बसपा की समीना समेत 14 पार्षदों ने डिप्टी सीएम और प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।

हिन्दू युवा वाहिनी के नेता थे विश्वकर्मा ब्रदर्स 

आपको बता दें, सौरभ विश्वकर्मा और उनके भाई चंदन विश्वकर्मा पहले हिन्दू युवा वाहिनी के नेता थे। उस वक़्त सीएम योगी आदित्यनाथ के करीबी माने जाते थे। 2017 विधानसभा चुनाव में वह हिंदु युवा वाहिनी में रहे सुनील सिंह के साथ पार्टी छोड़ दी। सुनील सिंह के साथ कोतवाली थाने में उपद्रव करने के आरोप में जेल भी गए।

40 से ज्यादा केस दर्ज, लग चुका है रासुका 

योगी सरकार में सौरभ विश्वकर्मा व चंदन विश्वकर्मा पर गैंगस्टर व रासुका की कार्रवाई भी हो चुकी है। सुनील सिंह के साथ चंदन पर वर्ष 2018 में रासुका लगा था। दोनों भाइयों पर हत्या, हत्या के प्रयास सहित गंभीर आरोप में 40 से ज्यादा केस दर्ज हैं। वे हिस्ट्रीशीटर भी हैं। जनवरी 2021 को दोनों भाइयों को राजघाट पुलिस ने तमंचे के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा था। अकेले राजघाट और कोतवाली थाने में दोनों पर 12 से अधिक केस दर्ज हैं। इनकी जमीन और मकान की भी कुर्की हो चुकी है। दोनों पर बीआरडी मेडिकल कॉलेज (BRD Medical College) के बाहर सपा नेताओं के साथ प्रदर्शन कर पुलिस से हाथापाई, तोड़फोड़, सरकारी काम में बाधा डालने, 7 सीएलए की धाराओं में गुलरिहा और चिलुआताल थाने में भी केस दर्ज था। पार्षद सौरभ विश्वकर्मा पर 17 और चंदन पर 23 गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं।

ये हुए भाजपा में हुए शामिल

सदस्यता ग्रहण करने वालों में निर्दल पार्षद सौरभ विश्वकर्मा समेत समाजवादी पार्टी के विश्वजीत त्रिपाठी सोनू, निर्दल पार्षद असद गुफरान, अरविंद, रीता, सतीश चंद, सरिता यादव, मीना देवी, छोटेलाल, दिनेश उर्फ शालू, जयंत कुमार, बबलू गुप्ता उर्फ छट्टी लाल, भोला निषाद, माया देवी, समीना (बसपा) शामिल रहे। इसमें विश्वजीत त्रिपाठी सपा से कार्यकारिणी सदस्य भी हैं। इसके बाद अब कार्यकारिणी में भाजपा के 10 पार्षद हो जायेंगे। ऐसे में अब भाजपा के 56 पार्षद नगर निगम में हो गए।

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