एम्स से लेकर BRD मेडिकल कॉलेज में हड़ताल से हाहाकार, टल गए इतने ऑपरेशन
Gorakhpur News: कोलकाता में महिला चिकित्सक की रेप के बाद हत्या की शर्मनाक घटना को लेकर एम्स और बीआरडी मेडिकल कालेज के रेजीडेंट डॉक्टरों ने रक्षाबंधन के दिन भी प्रदर्शन किया।
Gorakhpur News: कोलकाता में महिला डॉक्टर ट्रेनी की रेप के बाद हत्या मामले में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के एम्स और बीआरडी मेडिकल कॉलेज के रेजीडेंट डॉक्टरों की हड़ताल से हाहाकार की स्थिति है। डॉक्टरों ने 600 से अधिक ऑपरेशन को टाल दिया है। पैथालॉजी से लेकर रेडियोलॉजी विभाग में भी सभी काम ठप होने से मरीज भटक रहे हैं। बता दें कि रेजीडेंट डॉक्टर पिछले आठ दिनों से हड़ताल पर हैं।
एम्स और बीआरडी मेडिकल में पहले से शिड्यूल 600 से अधिक ऑपरेशन को टाल दिया गया है। आपरेशन के इंतजार में 600 से अधिक मरीज तड़प रहे हैं। वहीं पिछले तीन दिनों में एक लाख से अधिक मरीज चिकित्सकों से परामर्श के लिए तड़प रहे हैं। सबसे बुरी स्थिति प्रसुता महिलाओं की है।
कोलकाता में महिला चिकित्सक की रेप के बाद हत्या की शर्मनाक घटना को लेकर एम्स और बीआरडी मेडिकल कालेज के रेजीडेंट चिकित्सक हड़ताल पर हैं। डॉक्टरों ने घटना को लेकर रक्षा बंधन के दिन भी प्रदर्शन किया। डॉक्टरों ने मरीजों को किसी और दिन आने की सलाह दी। पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी जांचें भी ठप रहीं। एम्स में ऑनलाइन एप्वाइंटमेंट और ऑफलाइन दोनों तरह के मरीजों को वापस लौटाया गया है। बीआरडी मेडिकल कालेज में ओपीडी का पर्चा काउंटर ही नहीं खुला।
दोनों संस्थानों में शिक्षकों ने इस हड़ताल को नैतिक समर्थन दिया। दोनों संस्थानों में सिर्फ ओपीडी में करीब सात हजार मरीज इलाज कराते हैं। करीब 80 मरीजों की इलेक्टिव सर्जरी को टाल दिया गया। सबसे ज्यादा दिक्कत दूर दराज से आने वाले मरीजों को हुई है। गोरखपुर में बिहार नेपाल के अलावा बस्ती, आजमगढ़, देवीपाटन मंडल से भी मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। विभिन्न संगठन की तरफ से भी विरोध प्रदर्शन का दौर चालू है। सिंधी समाज के लोग कैंडल मार्च निकालने की तैयारी में हैं।
754 निजी अस्पतालों पर मरीजों का बोझ
जिले में करीब 754 निजी हॉस्पिटल, रेडियोलॉजी और पैथोलॉजी सेंटर पर त्योहार के दिन भी भीड़ दिख रही है। निजी अस्पतालों में ओपीडी में पहुंचे करीब 30 हजार मरीजों को चिकित्सकों ने परामर्श दिया है।