Gorakhpur News: QS Ranking जारी, लखनऊ यूनिवर्सिटी के साथ DDU 240वें रैंक पर, पहली बार लिस्ट में MMMUT

Gorakhpur News: एशिया और दक्षिण एशियाई देशों के बीच डीडीयू की रैंकिंग में सुधार हुआ है। पिछले वर्ष की तुलना में एशियाई उच्च शिक्षा संस्थानों (एचईआई) में लगभग 23.7 प्रतिशत की प्रगति हुई है।

Update:2024-11-07 08:14 IST

कुलपति गोरखपुर यूनिवर्सिटी प्रो पूनम टंडन (Pic: Newstrack)

Gorakhpur News: दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित ‘क्यूएस’ ने 6 नवम्बर को एशियाई देशों के उच्च शिक्षण संस्थानों की रैंकिंग जारी कर दी। इसमें उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय स्थान बनाने में सफल रहे हैं। डीडीयू को दक्षिण एशियाई देशों में 240वां और एमएमएमयूटी को 292वां स्थान मिला है। एशिया में भी डीडीयू 751-800 के बैंड में तो एमएमएमयूटी 901 प्लस रैंकिंग के साथ सूची में शामिल हैं।

दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने वर्ष 2024 की दक्षिण एशियाई देशों की रैंकिंग में 258वां स्थान प्राप्त किया था। वर्ष 2025 के लिए जारी दक्षिण एशियाई देशों की रैंकिंग में डीडीयू ने लखनऊ विश्वविद्यालय के साथ संयुक्त 240वां स्थान हासिल किया है। इससे पहले वर्ष 2020-21 में डीडीयू ने पहली बार क्यूएस रैंकिंग में जगह बनाने में सफलता हासिल की थी। तब भारत के 100 प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के बीच 96वें स्थान पर रहा था। पिछले वर्ष डीडीयू 801-850 के बैंड में शामिल रहा था।

HEI में 23.7 प्रतिशत की प्रगति

इस तरह एशिया और दक्षिण एशियाई देशों के बीच डीडीयू की रैंकिंग में सुधार हुआ है। डीडीयू प्रशासन के मुताबिक पिछले वर्ष की तुलना में एशियाई उच्च शिक्षा संस्थानों (एचईआई) में लगभग 23.7 प्रतिशत की प्रगति हुई है। गोरखपुर यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो.पूनम टंडन का कहना है कि लगातार दूसरी बार क्यूएस की एशियाई देशों की रैंकिंग में शामिल होना गौरवपूर्ण उपलब्धि है। कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल के मार्गदर्शन में इस वर्ष रैंकिंग में सुधार भी हुआ है। यह विश्वविद्यालय की क्षमता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। शिक्षकों, विद्यार्थियों और कर्मचारियों के अथक प्रयासों से यह संभव हुआ है। आगे और बेहतर करने का प्रयास किया जाएगा।

शोध कटेगरी में भी सुधरी रैंकिंग

डीडीयू ने एशिया स्तर पर पीएचडी स्टाफ श्रेणी में 195वीं रैंक हासिल की है। अकादमिक और नियोक्ता प्रतिष्ठा में 401 प्लस स्थान प्राप्त किया है। प्रति पेपर उद्धरण, इनबाउंड एक्सचेंज छात्रों, अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान नेटवर्क, अंतरराष्ट्रीय छात्र अनुपात, आउटबाउंड एक्सचेंज, छात्रों और प्रति अध्यापक पेपर के मापदंडों पर 501 प्लस के बैंड में अपनी जगह बनाई है। 

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