Gorakhpur News: महाकुंभ में बिकेगा टेराकोटा का अशोक चिन्ह, गोरखपुर जेल में बंद कैदियों के हाथों का हुनर देख रह जाएंगे दंग

Gorakhpur News: गोरखपुर जेल प्रमुख रूप से टेराकोटा निर्मित राष्ट्रीय प्रतीक अशोक चिह्न, स्वतंत्रता सेनानी, महापुरुषों की प्रतिमाएं, बुद्ध, गणेश प्रतिमा, फ्लावर पॉट, घरौंदा, राखी इत्यादि सहित लगभग टेराकोटा की 40 प्रकार की समाग्री कुंभ का हिस्सा बनेगी।;

Update:2025-01-06 09:15 IST

महाकुंभ में बिकेगा टेराकोटा का अशोक चिन्ह  (फोटो: सोशल मीडिया )

Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में मंडलीय कारागार में खून सने हाथ ही नहीं हुनरमंद भी बंद हैं। प्रयागराज के महाकुंभ में इन्हीं हुनरमंद हाथों की कलाकृतियां प्रदर्शित होंगी। कलाकारों ने पहली बार टेराकोटा का राष्ट्रीय प्रतीक अशोक चिह्न बनाया है। एक ट्रक से अधिक कलाकृतियों को नैनी जेल भेजा गया है। इन कलाकृतियों की कुंभ में बिक्री होगी।

डीजी जेल उत्तर प्रदेश के शासनादेश पर प्रदेश जेलों की पहचान बताने के लिए विभिन्न वस्तुओं का प्रदर्शनी स्टाल महाकुंभ में लगनी है। जिसके मद्देनजर मंडलीय जेल गोरखपुर से 40 प्रकार की टेराकोटा निर्मित वस्तुएं नैनी सेंट्रल जेल भेजा गया है। गोरखपुर जेल प्रमुख रूप से टेराकोटा निर्मित राष्ट्रीय प्रतीक अशोक चिह्न, स्वतंत्रता सेनानी, महापुरुषों की प्रतिमाएं, बुद्ध, गणेश प्रतिमा, फ्लावर पॉट, घरौंदा, राखी इत्यादि सहित लगभग टेराकोटा की 40 प्रकार की समाग्री कुंभ का हिस्सा बनेगी। जेलर अरुण कुमार ने बताया कि शासनादेश पर टेराकोटा की मूर्तियां तैयार किया गया हैं जो महाकुंभ प्रयागराज में प्रदर्शनी में लगेगा।

ओडीओपी में शामिल है टेराकोटा

गोरखपुर का टेराकोटा एक जिला एक उत्पाद योजना में शामिल है। ओडीओपी में शामिल होने के बाद इसकी जमकर ब्रांडिंग हो रही है। गुलरिहा से लेकर औरंगाबाद में बनने वाला टेराकोटा समूचे विश्व में टेराकोटा के लिए सुप्रसिद्ध है। देशभर के लोगों का महाकुंभ में संगम होना है, वहां टेराकोटा गोरखपुर की पहचान बनेगा। जेल में निरुद्ध मानीराम सिक्टौर निवासी पंकज उर्फ प्रशांत के नेतृत्व में महाकुंभ के लिए मूर्तियां तैयार हुई हैं। पहली बार राष्ट्रीय प्रतीक अशोक चिन्ह को टेराकोटा से जेल बंदी द्वारा बनाया गया है। गोरखपुर जेल में उत्तर प्रदेश डिजाइन एवं शोध संस्थान तथा गोरखपुर जेल के संयुक्त तत्वावधान में बंदियों को टेराकोटा का निरंतर प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं। टेराकोटा शिल्पकार रामचंद्र प्रजापति का कहना है कि महाकुंभ में टेराकोटा के उत्पादों की प्रदर्शनी से इसकी वैश्विक पहचान बनेगी। मुख्यमंत्री के पहल से टेराकोटा शिल्पकारों के दिन बहुर गए हैं।

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