Gorakhpur News: यूपी पुलिस भर्ती में बिहार के साल्वरों का रैकेट, स्टेशन मास्टर भी पकड़ा गया, बड़ा सवाल कहां गई परीक्षा की शुचिता?

Gorakhpur News: प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि बिहार के साल्वरों का बड़ा रैकेट पूरे सिस्टम में सेंध लगा रखा है। ऐसे में सरकार के परीक्षा में शुचिता के दावे पर बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा होता है।

Update:2024-02-18 07:45 IST

 Bihar paper solver Racket  (photo: social media )

Gorakhpur News: यूपी के गोरखपुर में पुलिस भर्ती में दो दिन में एक लाख से अधिक अभ्यर्थी परीक्षा दे रहे हैं। पहले दिन चार साल्वरों समेत छह को पुलिस ने गिरफ्तार किया। सभी साल्वर बिहार के रहने वाले हैं। इसमें एक रेलवे में कार्यरत स्टेशन मास्टर भी है। प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि बिहार के साल्वरों का बड़ा रैकेट पूरे सिस्टम में सेंध लगा रखा है। ऐसे में सरकार के परीक्षा में शुचिता के दावे पर बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा होता है।

एसटीएफ और स्थानीय पुलिस ने शनिवार को पहली पाली में एक और दूसरी पाली में तीन साल्वर को अलग-अलग परीक्षा केन्द्रों से गिरफ्तार किया है। एसटीएफ टीम ने कोतवाली इलाके के इस्लामिया कॉलेज से साल्वर अंजनी कुमार उर्फ मनीष कुमार सिंह और अभ्यर्थी दुर्गेश यादव को गिरफ्तार किया। दुर्गेश की जगह अंजनी परीक्षा देने के लिए बैठा था। वह बिहार के एक रेलवे स्टेशन का स्टेशन मास्टर है। इसके अलावा कोतवाली थाना क्षेत्र के मारवाड़ इण्टर कॉलेज, बक्शीपुर में अभ्यर्थी अंकित कुमार यादव के स्थान पर परीक्षा दे रहे सॉल्वर शशि भूषण कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया। वहीं, द्वितीय पाली के दौरान शाहपुर थाना क्षेत्र के सीक्रेट हार्ट इंटर कॉलेज, पिपराइच रोड, जंगल मातादीन से सॉल्वर विकास कुमार यादव व अभ्यर्थी बलिराम कुमार को गिरफ्तार किया गया। इस मामले में शाहपुर थाने में केस दर्ज किया गया। द्वितीय पाली के दौरान ही गोरखनाथ थाना क्षेत्र के उर्मिल यूनिक एकेडमी साकेतपुरी से अभ्यर्थी विवेक कुमार के स्थान पर परीक्षा दे रहे साल्वर धीरेन्द्र कुमार को गिरफ्तार किया गया।

11 लाख में हुआ सौदा, 30 हजार मिला था एडवांस

एसटीएफ की पूछताछ में पता चला कि दुर्गेश को सिपाही बनाने के लिए 11 लाख रुपये में सौदा हुआ था। 30 हजार रुपये एडवांस लेकर स्टेशन मास्टर अंजनी कुमार उर्फ मनीष शनिवार को इस्लामिया कॉलेज स्थित परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा देने बैठा था। गैंग ने अंजनी को परीक्षा केन्द्र के अंदर दाखिल कराने की व्यवस्था कर रखी थी। परीक्षा में बायोमेट्रिक गेट की सुविधा उपलब्ध करा रही कंपनी के फील्ड मैनेजर को सेट कर दुर्गेश को उसी केन्द्र के बायोमेट्रिक गेट पर ड्यूटी में लगा दिया। अंजनी बायोमैट्रिक जांच के लिए पहुंचा तो दुर्गेश ने चालाकी से अपना बायोमेट्रिक कराकर अंदर कर दिया।

ये हैं गिरफ्तार साल्वर और अभ्यर्थी

● -शशि भूषण कुमार निवासी थाना सौरबाजार, जिला सहरसा, बिहार (सॉल्वर)

-अंजनी कुमार उर्फ मनीष कुमार सिंह निवासी मोहल्ला कौवाखोर नेवदा, थाना नेवदा, बिहार (सॉल्वर)

-दुर्गेश यादव निवासी ग्राम मंझगांवा जगतबेला थाना चिलुआताल, गोरखपुर (अभ्यर्थी)

-विकास कुमार यादव निवासी जगदीशपुर सुखा टोला, थाना बगेन गोला जिला बक्सर, बिहार (सॉल्वर)

-बलिराम कुमार पुत्र सदानंद कुमार निवासी टिकरिया थाना गुलरिहा, गोरखपुर (अभ्यर्थी)

-धीरेन्द्र कुमार पुत्र राजदेव निवासी पुराना हरिहरपुर, थाना कोईलार, जनपद भोजपुर, आरा (सॉल्वर)

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