UP: गोरखपुर यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स के सामने युवक ने उतारा पैंट-शर्ट, अर्धनग्न होने की वजह हैरान कर देगी

Gorakhpur News: अर्धनग्न प्रदर्शन की सूचना के बाद परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर कुलदीप सिंह पहुंचे। उन्होंने युवक को समझाने की कोशिश की लेकिन वह बिना डिग्री मिले वापस जाने को तैयार नहीं था। वह कपड़ा पहनने के लिए तैयार नहीं था।

Update: 2023-12-18 12:22 GMT

 गोरखपुर यूनिवर्सिटी में अर्धनग्न युवक (Social Media) 

Gorakhpur News: दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (Deen Dayal Upadhyay Gorakhpur University) के प्रशासनिक भवन में सोमवार (18 दिसंबर) की दोपहर एक युवक ने अचानक पैंट-शर्ट उतारकर अर्धनग्न प्रदर्शन किया। ये घटना जंगल में आग की तरह फैल गई। हर कोई जानने को परेशान था कि, आखिर युवक को अर्धनग्न क्यों होना पड़ा? अर्धनग्न होने की वजह जानकार हर कोई हैरान है। लोग यूनिवर्सिटी के बाबुओं की कार्यशौली को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं।

जानिए क्या है मामला?

गोरखपुर के बेलघाट क्षेत्र के मड़हा गांव निवासी सरिता यादव वर्ष 2010 में डीडीयू से स्नातक की परीक्षा पास की थी। बिहार के प्रतियोगी परीक्षा में उनका चयन हो गया है। जिसके चलते उन्हें डिग्री की जरूरत पड़ी। सरिता अपने भाई शांतनु यादव के साथ पिछले एक नवम्बर को डिग्री के लिए आवेदन किया था। बहन की डिग्री के लिए भाई शांतनु यादव एक-दो दिन के अंतराल पर बाबुओं के चक्कर लगाने लगा। रोज उसे कोई न कोई नया बहाना बताकार वापस कर दिया जाता।

सोमवार को बहन की डिग्री के लिए वह प्रशासनिक भवन पहुंचा तो बाबू द्वारा सात दिन बाद आने को कहा गया। इसके बाद शांतनु का धैर्य जवाब दे दिया।। दोपहर करीब 2 बजे उसने अपने सभी कपड़े उतारकर अंडरगारमेंट में ही परीक्षा नियंत्रक कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन करने लगा। वहां से अर्धनग्न स्थिति में ही परीक्षा सामान्य विभाग में पहुंचा। उसके पीछे डिग्री के लिए महीनों से दौड़ रहे दर्जन भर अन्य अभ्यर्थी भी पहुंच गए।

मनाते रहे कपड़े पहनने के लिए

अर्धनग्न प्रदर्शन की सूचना के बाद परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर कुलदीप सिंह पहुंचे। उन्होंने युवक को समझाने की कोशिश की लेकिन वह बिना डिग्री मिले वापस जाने को तैयार नहीं था। वह कपड़ा पहनने के लिए तैयार नहीं था। इसी बीच प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा एमपी अग्रवाल प्रशासनिक भवन में मीटिंग के लिए इसी दौरान पहुंच गए। इसमें कई विश्वविद्यालय और उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी भी थे। डिग्री के लिए प्रदर्शन से विश्वविद्यालय के अधिकारियों के हाथ-पांव फूले रहे। इसके बाद मुख्य नियंता सतीश चन्द्र पाण्डेय पहुंचे। उनके आश्वासन पर प्रदर्शन करने वाला युवक करीब 3 बजे शांत हुआ।

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