इटावा: इटावा के जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खुलकर सामने आ गयी है। जिला अस्पताल में डॉक्टर कि जगह स्वीपर और वार्डबॉय मरीजो का इलाज और घायल मरीजों को टाँके लगाने में लग गए है। अनुभव न होने पर मरीज की हालत बिगड़ने पर मरीज को बहाना बनाकर सैफई पीजीआई रेफर करने का सिलसिला बदस्तूर जारी है।
दोषी कर्मियों का बचाव कर रहे अधिकारी
इटावा के जिला अस्पताल में वार्डबॉय और स्वीपर द्वारा मरीज को टाँके लगाने का वीडियो वायरल होने से स्वास्थ्य विभाग में हडकंप मच गया है। जिला अस्पताल में सीएमएस दोषी स्टाफ पर कार्यवाही करने की बजाय अस्पताल में डॉक्टरों की कमी का हवाला देते हुए दोषी स्टाफ का बचाव करते हुए नजर आये।
इस मामले पर जिला अस्पताल के सीएमएस एस.एस.भदौरिया ने कहा कि जिला अस्पताल में डॉक्टरों की कमी चल रही है। इसलिए वार्डबॉय और स्वीपर डॉक्टरों की मदद के लिए काम करते है। यह लोग एक्सपर्ट हो जाते हैं। अब सारे काम डॉक्टर तो नहीं कर सकता। इसलिए इन लोगों को यह काम सिखा दिया जाता है। डॉक्टर सभी काम नहीं कर सकता है।
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