Eid Ul Adha 2024: खुदा की इबादत के लिए उठे हाथ, मांगी सुख और शांति की दुआ
Hapur News: शहर की अन्य बड़ी मस्जिदों में भी नमाज की तैयारी की गई थी। शहर काजी मुफ्ती मकसूद आलम कासमी ने ईद की नमाज अदा कराई।
Hapur News: यूपी के जनपद हापुड़ में ईद-उल-अजहा का त्योहार जिले में हर्षोल्लास और परंपरागत ढंग से मनाया गया। हजारों लोगों ने ईदगाह सहित मस्जिदों में नमाज अदा की । शहर काजी ने लोगों से शांति व सौहार्दपूर्ण ढंग से त्योहार मनाने की अपील की। ईदगाह पर स्थान भरने के बाद लोगों को दूसरी मस्जिदों में भेजकर नमाज अदा कराई गईं। जिसके बाद कुछ लोगों ने आसपास के ही मस्जिदों में नमाज अदा की।
सुबह 7.15 बजे ईदगाह पर नमाज पढ़ने का समय निर्धारित किया गया था। इसके अलावा शहर की अन्य बड़ी मस्जिदों में भी नमाज की तैयारी की गई थी। शहर काजी मुफ्ती मकसूद आलम कासमी ने ईद की नमाज अदा कराई। शहर काजी ने कहा कि हमें आपसी सौहार्द और भाईचारे को कायम करते हुए ईद को मनाना चाहिए। उन्होंने लोगों से देश में अमन चैन के लिए दुआ करने की अपील की।ईद- उल- अजहा के त्योहार में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और मुल्क की तरक्की-खुशहाली और अमन-चैन की दुआ मांगी गई
नमाज के लिए खचाखच भरी ईदगाह
पिछली बार ईदगाह से बाहर नमाज पढ़ने के लिए कुछ लोग सड़क पर बैठ गए थे। जिसके बाद पुलिस ने ऐसे लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। लेकिन सोमवार को ईद की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गई। इस मौके पर अकीदतमंदों ने अमन चैन की दुआएं मांगी। सड़कों पर नमाज अदा नहीं करने के फरमान के बाद ईदगाह और मस्जिदों में नमाज अदा करने के लिए भीड़ नजर आई। हापुड़ में ईदगाह सहित शहर की 50 मस्जिदों पर नमाज अदा करने की व्यवस्था की गई थी।
नमाज अदा करने तक रूट रहा डायवर्ट
यातायात प्रभारी उपदेश यादव ने बताया कि ईदगाह पर हजारों की संख्या में लोगों के नमाज पढ़ने के कारण बुलंदशहर रोड पर भारी वाहनों का आवागमन सुबह से दोपहर तक रोका गया है । नमाज के समय ट्रैफिक को करीब दो घंटा रोक दिया गया। इस दौरान वाहनों को बाईपास से निकलवाया गया। इस दौरान लोगों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा।
यह लोग रहे मौके पर मौजूद
ईदगाह पर डीएम प्रेरणा शर्मा,एसपी अभिषेक वर्मा, एडीएम संदीप कुमार,एएसपी राजकुमार अग्रवाल, सीओ वरुण मिश्रा एसडीएम शुभभ श्रीवास्तव पालिका अध्यक्ष चेयरमेन पति श्री पाल समेत शहर के गणमान्य लोग मौजूद रहे। इसके अलावा जामा मस्जिद के इमाम कारी आसिम, कारी आबिद, शाहिद मंसूरी, सैय्यद अयाजुद्दीन, मौलाना अहमद, डॉ. नजमुद्दीन हवारी, हाजी शहीद जड़ौदिया, मो.युनूस, अब्दुल कादिर मौजूद रहे।