Hapur News: पिलखुआ डिवीजन में रहने को तैयार नहीं है जेई-लाइनमैन, जानें पूरा मामला
Hapur News: अधीक्षण अभियंता अवनीश कुमार जैन का कहना है कि, अधिकारियों-कर्मचारियों पर दबाव बनाकर मनमाने कार्य कराने वाले कुछ लोग सक्रिय हैं। वह सही-गलत प्रत्येक बात मानने को दबाव बनाते हैं।
Hapur News: पावर कारपोरेशन के पिलखुआ क्षेत्र में तैनात जेई-लाइनमैन ने कार्य करने में असमर्थता व्यक्त की है। आठ पावर स्टेशनों के पांच जेई ने अधिकारियों को दी शिकायत पर एक गैंग पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है। जेई का आरोप है कि उक्त गैंग के लोग दिनभर पावर स्टेशनों पर रहते हैं। वहां पर आने वाले उपभोक्ताओं से वसूली करते हैं। उनके गलत काम को करने के लिए जेई-लाइनमैन पर दबाव बनाते हैं। उनके इशारों पर काम नहीं करने पर एससी-एसटी एक्ट व अन्य मामलों में झूठी शिकायत अधिकारियों से करते हैं। उनका दखल इतना ज्यादा हो गया है कि वहां पर काम करना संभव नहीं हो पा रहा है।
जेई-लाइनमैन को किया जाता है ब्लैकमेल
पावर कारपोरेशन व प्रशासनिक अधिकारियों को पिलखुआ क्षेत्र से लगातार शिकायत मिल रही है। यहां के जेई व लाइनमैन पर गंभीर आरोप लग रहे हैं। इन पर एससी-एसटी श्रेणी के उपभोक्ताओं को परेशान करने, अपमानित करने, उपभोक्ताओं से बदसलूकी करने और निगम के कार्यों को करने के बदले में रुपये मांगने के आरोप लगाए जा रहे हैं। इसका दिलचस्प पहले यह है कि शिकायत 10-12 लोग ही घुमा फिराकर करते हैं। दो महीने में हुई आठ शिकायतों में से अधिकारियों को एक में भी साक्ष्य नहीं मिले हैं। स्थिति यह है कि शिकायत करने वाले जेई-लाइनमैन को ब्लैकमेल किया जाता है।
इन पावर स्टेशनो पर रहता है दबंगो का कब्जा
पिलखुआ क्षेत्र में तैनात जेई हृदयशंकर प्रजापति, अतुल आनंद, पीयूष कुमार, ब्रजराज त्यागी और इंदल कुमार का आरोप है कि अंबेडकर चौक डबरिया के रहने वाले अशोक कुमार व खैरपुर-खैराबाद के सोनवीर सिंह ने असामाजिक तत्वों काे अपने साथ जोड़ा हुआ है। इनके साथी दिनभर पिलखुआ प्रथम, पिलखुआ द्वितीय, पिपला, बंदेपुर, परतापुर, जिंदलनगर, टैक्सलाइल सेंटर और खेड़ा पावर स्टेशन पर जमें रहते हैं। वहां से हटने को कहने पर वह गाली-गलौज करने के साथ ही जान से मारने की धमकी देते हैं। पावर स्टेशनों पर जो उपभोक्ता आते हैं, आरोपित उनके काम कराने का ठेका ले लेते हैं। उसके बाद वह मानकों के विरुद्ध नई लाइन बनाने, लाइन शिफ्ट करने और नए कनेक्शन देने का दबाव बनाते हैं। ऐसा नहीं करने पर वह अधिकारियों से शिकायत करते हैं। दो महीने में वह कई जेई-लाइनमैन को जान से मारने की धमकी दे चुके हैं और उनकी शिकायत अधिकारियों से कर चुके हैं। उसके बाद शिकायत में समझौता करने का दबाव बनाकर वसूली को दबाव बनाते हैं। ऐसे में क्षेत्र में कार्य कर पाना संभव नहीं हो पा रहा है। हालांकि, आरोपित अशोक व सोनवीर का कहना है कि पावर कारपोरेशन के अधिकारी-कर्मचारी उपभोक्ताओं का कोई कार्य वसूली के बिना नहीं करते हैं। वह वसूली का विरोध करते हैं तो उल्टे-सीधे आरोप लगाते हैं। पावर कारपोरेशन में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार व्याप्त है।
पहले भी सामने आ चुकी है मनमानी
पिछले दिनों पिलखुआ क्षेत्र में सामने आया था कि एक उपभोक्ता के विद्युत मीटर को हटाकर उसके यहां पर दूसरा नया सरकारी मीटर लगा दिया गया। इस मामले में जेई संतोष दिवाकर पर गंभीर आरोप लगे थे। मामले की जांच में सामने आया कि पावर स्टेशन से कुछ बाहरी तत्वों से विद्युत मीटर चोरी करके मानकों को ताक पर रखकर उक्त उपभोक्ता के यहां पर लगाया था। तब उस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। सूत्रों का कहना है कि पावर कारपोरेशन के समानांतर कार्य करने और मानक विरुद्ध कार्य नहीं करने वाले उक्त व्यक्ति पहले पावर कारपोरेशन में ही ठेकेदारी करते थे।
उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाया जाएगा मामला
अधीक्षण अभियंता अवनीश कुमार जैन का कहना है कि, अधिकारियों-कर्मचारियों पर दबाव बनाकर मनमाने कार्य कराने वाले कुछ लोग सक्रिय हैं। वह सही-गलत प्रत्येक बात मानने को दबाव बनाते हैं। ऐसा नहीं करने पर झूठी शिकायते करते हैं। पुराने ऐसे मामलों को जिनमें कार्रवाई हो चुकी है, उनको माध्यम बनाकर बार-बार शिकायत करते हैं। पावर स्टेशनों पर दबंगई दिखाने के साथ ही सीएम पोर्टल पर डाल देते हैं। इससे कुछ क्षेत्रों में कार्य करने में परेशानी हो रही है। यह मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाया गया है। जल्द ही कोई समाधान निकाल जाएगा।