Hapur News: वृद्धा आश्रम पहुंचकर थाना प्रभारी नें मनाया आजादी का महोत्सव, बुजुर्गों को भेंट किए तिरंगे

Hapur News: हापुड़ के थाना प्रभारी हाफिजपुर प्रभारी आशीष कुमार नें स्वर्ग आश्रम रोड पर स्थित संचालित वृद्ध आश्रम में बुजुर्गों और बच्चों के साथ आजादी का महोत्सव मनाया।

Report :  Avnish Pal
Update: 2024-08-14 17:55 GMT

वृद्धा आश्रम पहुंचकर थाना प्रभारी नें मनाया आजादी का महोत्सव, बुजुर्गों को भेंट किए तिरंगे: Photo- Newstrack

Hapur News: यूपी के जनपद हापुड़ के थाना प्रभारी हाफिजपुर प्रभारी आशीष कुमार नें स्वर्ग आश्रम रोड पर स्थित संचालित वृद्ध आश्रम में बुजुर्गों और बच्चों के साथ आजादी का महोत्सव मनाया। थाना प्रभारी ने वृद्ध आश्रम में पहुंचकर वृद्ध जनों से आशीर्वाद प्राप्त करते हुए उन्हें देश की शान तिरंगे को उपहार में भेंट किए और उनकी कहानियों को सुनकर समय बिताया और हंसी-मज़ाक भी किया। बुजुर्गों का हाल -चाल जाना।

पुलिस को देख खिल उठे चेहरे

आपको बता दें कि थाना हाफिजपुर प्रभारी आशीष कुमार पुलिसकर्मियों के साथ स्वर्ग आश्रम रोड पर स्थित वृद्ध आश्रम पहुंचे। यहां उन्होंने पुलिसकर्मियों के साथ वृद्ध आश्रम मौजूद बुजुर्गों का हाल-चाल जाना। इसके बाद उन्होंने आश्रम में मौजूद बुजुर्गों को तिरंगा देकर उपहार तथा मिठाई देकर उनके साथ आजादी का महोत्सव मनाया।साथ ही देश के 78 वें स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं भी दी। इस दौरान वृद्ध आश्रम में मौजूद बुजुर्गों के चेहरे पर मुस्कान नजर आई, वही उपहार व मिठाई हासिल करके बुजुर्गों ने खुशी का इजहार करते हुए पुलिस का आभार जताया।

बुजुर्गों की सेवा करने से मिलता है आशीर्वाद

वृद्धाश्रम में पहुँचे थाना प्रभारी ने कहा कि बच्चे भी बुजुर्ग होंगे। उन्होंने कहा कि यही हमारे पूर्वज जिन्होंने हमें पढ़ा लिखा कर अच्छी से अच्छी शिक्षा मुहैया कराई है। वह भी आगे चलकर एसडीएम , डॉक्टर ,इंजीनियर, वैज्ञानिक, पुलिस कर्मी बनकर अपने देश एवं अपने बुजुर्गों की सेवा करें। ताकि कोई भी बच्चा अपने माता-पिता जो बुजुर्ग हो जा रहे हैं उन्हें घर से न निकालें और उनकी सेवा एवं देखभाल करें। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों की सेवा करने से उनके द्वारा दिया गया आशीर्वाद ही उन्हें अपने जीवन में आगे बढाता है। इसलिए सबसे बड़ी सेवा बुजुर्गों की सेवा करना है।

क्या बोले थाना प्रभारी

थाना प्रभारी आशीष कुमार ने कहा कि हम अपने बच्चों को कितने प्रेम और स्नेह के साथ पालते हैं, फिर भी मां-बाप के बूढ़े होने पर बच्चे उन्हें वृद्धा आश्रम में छोड़ आते हैं। उन्होंने कहा कि आज के परिवेश में यह बहुत ही विचारणीय विषय है। उन्होंने बच्चों को संदेश देते हुए कहा कि मां-बाप के बूढ़े होने पर उनका ख्याल रखें। उन्हें समय से भोजन और दवाएं उपलब्ध कराएं। उन्हें अपने साथ रखें। किसी भी परिस्थिति में मां-बाप को अपने से दूर ना करें।

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