Hapur: हाईटेक उपकरणों से लैस होगी यह पुलिस चौकी, अपराधियों की धरपकड़ में होगी आसानी
Hapur: जनपद में साइबर फ्रॉड की घटनाओं की रोकथाम के लिए जल्द ही थाने को हाईटेक उपकरणों से लैस किया जाएगा। अब साइबर क्राइम और फ्रॉड की घटनाओं की जांच अब और तेजी से होगी।
Hapur News: जनपद में साइबर फ्रॉड की घटनाओं की रोकथाम के लिए जल्द ही थाने को हाईटेक उपकरणों से लैस किया जाएगा। जनपद में होने वाली साइबर क्राइम और फ्रॉड की घटनाओं की जांच अब और तेजी से होगी। पहले अधिकारियों ने तहसील धौलाना क्षेत्र के मसूरी -गुलावठी मार्ग पर 2.530 वर्गमीटर जमीन को चिन्हित कर प्रस्ताव शासन को भेजा था। मगर अब जनपद के अधिकारियों ने मेरठ रोड स्थित साइलो प्रथम चौकी को हाइटेक बनाए जाने के निर्देश जारी किए है। वहीं साइलो चौकी को दूसरी जगह स्थानांतरित किया जाएगा। बजट की स्वीकृति मिलने से साइबर थाना हाईटेक उपकरणों की खरीदारी भी शुरू कर दी गई है। इससे जनपद में साइबर थाना बनने से जहॉ अपराधियों की धरपकड़ में आसानी होगी। वहीं साइबर अपराध की घटनाओं पर भी रोक लगेगी।
इस हाईटेक थाने में होंगे यह उपकरण
साइबर थाने में हाईटेक कम्प्यूटर व साफ्टवेयर से लैस होंगे। जिनकी सहायता से साइबर अपराधियों की धरपकड़ की जाएगी। तकनीकी क्षेत्र में परिक्व थानेदार व पुलिसकर्मियों की तैनाती यहाँ की जाएगी। थाना बनने से पीड़ितों की शिकायत पर तुरंत एक्शन लेकर कार्यवाही की जाएगी। फ्राड होने पर अपराधी व पीड़ित के खाते को सीज कराना, इंटरनेट मीडिया सबंधी शिकायतो पर त्वरीत कार्यवाही, थाने पर सूचना प्रोद्योगिकी अधिनियम के अंतर्गत दर्ज मुकदमों के विवेचकों को तकनीकी सहायता प्रदान करना, साइबर अपराध से सबंधित प्राप्त प्राथर्ना पत्र की जांच कर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। साथ ही साइबर अपराध से लिप्त, फर्जी नाम, आईडी पर खोले गए बैंक खातों में दिए गए मोबाइल नंबर को ब्लॉक कराने की कार्यवाही की जाएगी।
SP ने साइबर थाने को लेकर कही ये बात
एसपी अभिषेक वर्मा ने कहा कि हाल के समय में तकनीक के दुरुपयोग से अपराध की प्रकृति भी बदली है। आज कस्टमर केयर फ्रॉड, पेंशन फ्रॉड, बिजली बिल फ्रॉड, वर्क फ्रॉम होम फ्रॉड, सेक्स्टॉर्सन फ्रॉड, लोन एप फ्रॉड, पार्सल फ्रॉड, फ्रेंचाइजी फ्रॉड, फेक बेटिंग एप, क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट फ्रॉड, पॉन्जी स्कीम फ्रॉड के मामले देखने को मिल रहे हैं। आम आदमी इसका सीधा शिकार हो रहा है। इससे बचाव के लिए हमें हर स्तर पर सतर्कता बरतनी होगी। उन्होंने कहा कि साइबर अपराधों से बचाव के लिए जागरूकता सबसे अहम माध्यम है। शासन से करीब दो लाख रुपये का बजट प्राप्त हुआ है जिससे साइबर थाने के लिए हाईटेक संसाधनों की खरीदारी की जा रही है। साइबर थाने में अपराधियों की धरपकड़ के लिए पर्याप्त साधन मौजूद रहेंगे। जिससे तमाम साइबर अपराध की शिकायतो का निस्तारण थाने में ही होगा।