Hapur News: कहीं से भी बैठे हुए कराएं परिवहन विभाग के कार्य, 53 में से 34 सेवाएं कर दी गई ऑनलाइन
Hapur News: परिवहन विभाग ने अपने कार्य को पारदर्शी व भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए आनलाइन की राह पकड़ ली है।
Hapur News: परिवहन विभाग का कार्य अब देश-दुनिया में कहीं से बैठकर करा सकेंगे। विभाग अपनी सभी 53 सेवाओं को आनलाइन कर रहा है। इसके लिए साफ्टवेयर पर काम किया जा रहा है। यही कारण है कि फिलहाल साफ्टवेयर धीमा चल रहा है। अभी तक 34 सेवाओं को आनलाइन कर दिया गया है। ऐसे में लोगों को अपने कार्य कराने के लिए आरटीओ आफिसों तक आने की जरूरत नहीं है। अधिकारियों का प्रयास है कि वाहन एनओसी की प्रक्रिया को आनलाइन न किया जाए। इसमें एनओसी से पहले वाहन का सत्यापन करना अनिवार्य होता है।
पारदर्शी व भ्रष्टाचार मुक्त होगा परिवहन विभाग
परिवहन विभाग ने अपने कार्य को पारदर्शी व भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए आनलाइन की राह पकड़ ली है। विभाग की सेवाआें को आनलाइन करने का कार्य 2022 से आरंभ हुआ था। सबसे पहले लर्निंग लाइसेंस की प्रक्रिया को आनलाइन किया गया था। विभाग की कुल 53 सेवाएं जनसंपर्क की हैं। उन सभी को आनलाइन करने की तैयारी की जा रही है। अभी तक 34 सेवाएं आनलाइन प्लेटफार्म पर आ गई हैं। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सर्वाधिक सेवाओं को आनलाइन देने वाला राज्य बन गया है। इस सप्ताह विभाग का साफ्टवेयर धीमा चल रहा है। इसका कारण यही है कि सेवाओं को आनलाइन करने के लिए इसको लगातार अपडेट किया जा रहा है।
आमजन नहीं कर पा रहा स्वीकार
विभाग भले ही अपनी सेवाओं को आनलाइन करता जा रहा है, लेकिन आमजन इस प्रक्रिया को ज्यादा स्वीकार नहीं कर पा रहा है। यही कारण है कि विभाग में भ्रष्टाचार तो कम हुआ है, लेकिन आमजन का शोषण बढ़ा है। दरअसल लोगबाग आनलाइन सर्विस के प्रति सहज नहीं हैं। यही कारण है कि जिस प्रक्रिया को वह अपने मोबाइल से घर बैठकर 50-100 रुपये में कर सकते हैं, उसके लिए भी साइबर कैफे का रुख कर रहे हैं। साइबर कैफे संचालक उसी कार्य के दो-तीन हजार रुपये वसूल रहे हैं। जागरूकता के अभाव में लोगों का शोषण हो रहा है। अब आफिसों के आसपास बैठने वाले अनाधिकृत व्यक्ति जरूर कम हुए हैं। आजकल वह कार्य साइबर कैफे से किया जा रहा है।
जागरूक करने को चलेगा अभियान
परिवहन विभाग की ओर से लोगों को जागरूक करने के लिए समय-समय पर अभियान चलाए जाते हैं। अब आमजन को जागरूक करने के लिए स्कूल-कालेजों और ग्राम पंचायतों में कार्यशालाओं का आयाेजन किया जाएगा। इसके लिए लोगों को दो तरह से जागरूक करना है। पहला वह अपने मोबाइल से ही परिवहन विभाग की सर्विस का लाभ उठाएं। इसके लिए देश-दुनिया में कहीं से भी डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डाट परिवहन डाट गोव डाट इन, को लागइन करना है। इसमें सभी प्रकार की सेवाएं एक क्लिक पर उपलब्ध हैं। यदि कोई व्यक्ति मोबाइल-लैपटाप से इन सेवाओं में स्वयं आवेदन नहीं कर पाता है, वह साइबर कैफे पर जा सकता है। इसके लिए उनको साइबर कैफे संचालक द्वारा वसूली जाने वाली फीस की जानकारी दी जाएगी। जिससे कोई उनसे मनमानी धनराशि नहीं वसूल सके।
52 सेवाएं होंगी ऑनलाइन
परिवहन विभाग के अधिकारी 53 में से 52 सेवाओं को तो आनलाइन करने के पक्षधर हैं, लेकिन एक सेवा को आनलाइन नहीं होने देना चाहते हैं। यह है आरसी ट्रांसफर यानि वाहन की एनओसी का कार्य। दरअसल मोटर व्हीकल एक्ट के अनुसार परिवहन अधिकारी को एनओसी से पहने वाहन का सत्यापन करना होना है। ऐसे में कई बार स्वामित्व का विवाद और कई बार वाहन में अल्ट्रेशन के मामले सामने आते हैं। ऐसे मामले में आरसी जारी होने पर अधिकारी की व्यक्तिगत जिम्मेदारी तय होती है। आनलाइन प्रक्रिया में अधिकारी वाहन का भौतिक सत्यापन कर ही नहीं पाएंगे। उनको पता ही नहीं चलेगा कि उक्त वाहन का चालान है या एक्सीडेंट में थाने में बंद है। उस स्थिति में एनओसी जारी होने से एक्ट का उल्लंघन होगा। ऐसे में अधिकारी एक सर्विस को आनलाइन नहीं करने के पक्षधर हैं।
क्या बोली एआरटीओ-प्रशासन अधिकारी
एआरटीओ-प्रशासन छवि चौहान नें बताया कि,परिवहन विभाग की ज्यादातर सेवाएं आनलाइन की जा रही हैं। 53 में से 34 सेवाओं को आनलाइन किया जा चुका है, इसी सप्ताह अन्य सेवाएं भी आनलाइन कर दी जाएगी। इसके साथ ही लोगों को जागरूक बनकर इन फेसलेस सेवाओं का उपयोग भी करना होगा। जिससे वह शोषण से बच सकें और कार्य शुलभ हो सके। इसके लिए हम लोगों को लगातार जागरूक भी कर रहे हैं।