Hardoi News: सण्डीला के लड्डुओं को मिलेगी नई पहचान, सांसद ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

Hardoi News: मिश्रिख से सांसद अशोक कुमार रावत ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सैंडिला के प्रसिद्ध लड्डुओं को एक ज़िला एक उत्पाद में शामिल करने की मांग की है।

Report :  Pulkit Sharma
Update:2023-01-13 15:37 IST

सण्डीला के लड्डुओं को मिलेगी नई पहचान

Hardoi News: मिश्रिख से सांसद अशोक कुमार रावत ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सैंडिला के प्रसिद्ध लड्डुओं को एक ज़िला एक उत्पाद में शामिल करने की मांग की है। अशोक रावत ने पत्र में लिखा कि मेरे संसदीय क्षेत्र मिश्रिख के अन्तर्गत जनपद हरदोई में लखनऊ-हरदोई मार्ग पर सण्डीला तहसील पड़ती है, जहां पर लड्डुओं से सजी हुई दुकानें दिखाई देती है और मीठा खाने का शौकीन जो भी शख्स लखनऊ से इस हाइवे से गुजरता है, वह सण्डीला के लड्डू लेना नहीं भूलता है।

सण्डीला के लड्डू की मिठास पूरे देश में विख्यात

सण्डीला के लड्डू की मिठास पूरे देश में विख्यात है तथा हरदोई से सटी संडीला तहसील का नाम इन मीठे और खास तरह के लड्डुओं ने खूब रोशन किया है। इन लड्डुओं की इतनी मांग रही है कि देश में नहीं बल्कि विदेश तक में यहां के लड्डू भेजे जाते रहे हैं। इन लड्डुओं की एक विशेष बात यह है कि ये खाने में बहुत ही लजीज और जायकेदार होते हैं। यहां यह उल्लेख करना भी उचित होगा कि लखनऊ के निकटवर्ती क्षेत्रों में सण्डीला का नाम सुनते ही मुंह में लड्डू की मिठास सी घुल जाती है और पुराने समय में प्रदेश की राजधानी लखनऊ, जो नवाबों का शहर है, के खाने में अगर सण्डीला का लड्डू न हुआ तो नवाब खाने की तौहीन मानते थे।

फिल्मों में भी सण्डीला के लड्डू का किया जिक्र

हिन्दी की फिल्म "पीकू" में विश्व प्रसिद्ध अभिनेता अमिताभ बच्चन और इरफान खान तथा दीपिका पादुकोण ने तथा "हम साथ-साथ हैं" हिन्दी फिल्म में सलमान खान और सैफ अली खान ने भी सण्डीला की संस्कृति के रूप में इस ऐतिहासिक लड्डू का जिक्र किया है।

सण्डीला में लुप्त हो रहे विश्व प्रसिद्ध लड्डुओं के स्वदेशी उत्पाद को मिले संरक्षण: अशोक रावत

अशोक रावत ने पत्र में लिखा कि सण्डीला में लुप्त हो रहे विश्व प्रसिद्ध लड्डुओं के स्वदेशी उत्पाद को संरक्षण मिल सके और विश्व में भी इसका निर्यात सुलभ हो सके. एक जिला एक उत्पाद" के अन्तर्गत हरदोई जनपद में शामिल किया जाये। अपर मुख्य सचिव कृषि विपणन एवं विदेश व्यापार डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने बताया कि एक एक उत्पाद पर काफी देर मंथन हुआ। फिलहाल कुल 21 को हाईपावर कमेटी ने स्वीकृति दी है। सभी जिलाधिकारियों को कहा गया है कि तत्काल इनके लिए जीआई टैग का आवेदन किया जाए।

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