Hardoi: 40 दिनों से जारी किसानों का प्रदर्शन समाप्त, प्रशासन के लिखित आश्वासन के बाद माने, रोकी पदयात्रा
Hardoi: किसानों की पदयात्रा लगभग 25 किलोमीटर दूरी तय कर पाई थी कि रास्ते में कोथावां ब्लॉक के पास बेनीगंज पुलिस प्रशासन ने उन्हें आगे जाने से रोका। प्रशासन ने जब किसानों को मुख्यमंत्री आवास नहीं जाने जाने को कहा तो काफी गहमागहमी शुरू हो गई।
Hardoi News: हरदोई जिले के विकासखंड कोथावां परिसर के बाहर प्रशासन और किसानों के बीच लंबी बातचीत के बाद पदयात्रा थम गई। किसानों को प्रशासन की ओर से लिखित आश्वासन दिया गया, जिसके बाद पदयात्रा बीच रास्ते में ही रोक दिया गया।
आपको बता दें, जिले के विकासखंड अहिरोरी गोंडा राव बाजार परिसर में किसान शक्ति महासभा (Kisan Shakti Mahasabha) किसानों की समस्याओं को लेकर धरना-प्रदर्शन और भूख हड़ताल किया। करीब 40 दिनों से किसानों का प्रदर्शन चल रहा था। इसमें प्रशासन की ओर से कुछ मुद्दों पर काम भी हुआ। लेकिन प्रशासन की ओर से लिखित आश्वासन संगठन को नहीं दिया गया था। संतोषजनक जवाब आदि न मिलने की वजह से किसान पदाधिकारी अन्य किसानों के साथ मुख्यमंत्री आवास के लिए कूच कर गए।
प्रशासन का मान मनौव्वल, किसान अड़े
किसानों की पदयात्रा लगभग 25 किलोमीटर दूरी तय कर पाई थी कि रास्ते में कोथावां ब्लॉक के पास बेनीगंज पुलिस प्रशासन ने उन्हें आगे जाने से रोका। प्रशासन ने जब किसानों को मुख्यमंत्री आवास नहीं जाने जाने को कहा तो काफी गहमागहमी शुरू हो गई। मौके पर पहुंचे संडीला तहसीलदार राजीव कुमार यादव, तहसीलदार विनीत कुमार, नायब तहसीलदार अनुज वर्मा, राजस्व निरीक्षक अतुल, लेखपाल अंकित तोमर,खंड विकास अधिकारी कोथावां महेश चंद्र ने किसानों को काफी समझाया। बावजूद किसान अपनी बात पर डटे रहे।
15 दिनों में निपटारे का लिखित आश्वासन
आखिरकार किसानों का समूह मान गया। विकासखंड अधिकारी अहिरोरी सौरभ कुमार पांडे और सदर तहसीलदार के लिखित आश्वासन पर किसान पदाधिकारियों ने पदयात्रा को समाप्त किया। प्रदेश अध्यक्ष नीरज शुक्ला ने बताया कि, तहसीलदार सदर वीडियो अहिरोरी की ओर से समस्याओं के समाधान के लिए 15 दिन का समय मांगा गया। जिसके लिए लिखित आश्वासन भी दिया।
...तो फिर करेंगे मुख्यमंत्री आवास का पदयात्रा
अगर, 15 दिनों के भीतर समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो संगठन पुनः मुख्यमंत्री आवास जाने को विवश होगा। इस मौके पर रमाकांत, जगरूप भारती,पप्पू, छोटेलाल, रियासत अली,प्रेमदास,राम रतन,अजय कुमार सिंह,राजकुमार शुक्ला,अशोक वर्मा,रामकली,बिंदेश्वरी, रुचि सत्यार्थी, राम कुमारी,सरोजिनी, शिवरानी सहित सैकड़ो किसान मौजूद रहे।