Hardoi News: उपमुख्यमंत्री के गृह जनपद में एंड्रॉयड फ़ोन के सहारे चल रहा एक्स-रे विभाग
Hardoi News: हरदोई के मेडिकल कॉलेज में पोर्टेबल एक्स-रे मशीन से लोगों के एक्स-रे तो जरूर हो रहे हैं लेकिन एक-रे की रिपोर्ट लोगों को नहीं मिल पा रही है। पोर्टेबल एक्स-रे मशीन ले जांच करने वाले टेक्नीशियन मरीज़ व उनके तीमारदारों के मोबाइल पर एक्स-रे की फोटो क्लिक कर दे रहे हैं।
Hardoi News: हरदोई के मेडिकल कॉलेज में अगर आप एक्सरे कराने आ रहे हैं तो आप अपने साथ एंड्रॉयड फोन लेकर जरूर आए नहीं तो आपको एक्स-रे नहीं मिल पाएगा। जी हां हरदोई में स्वास्थ्य व्यवस्था लगातार चरमराई हुई है। विभाग की ओर से नई-नई व्यवस्थाएं तो की जा रही हैं। लेकिन पुरानी व्यवस्थाओं की देखभाल में विभाग के पसीने छूट रहे हैं।
हरदोई के मेडिकल कॉलेज में लोगों को बेहतर सुविधा देने के लिए एक्स-रे मशीन लगाई गई थी। लेकिन लगने के कुछ ही महीने बाद ही एक्स-रे मशीन खराब हो गई। इसके बाद इमरजेंसी में एक्स-रे कराने के लिए पोर्टेबल एक्स-रे मशीन का सहारा लिया गया लेकिन अब पोर्टेबल एक्स-रे मशीन ही राजकीय मेडिकल कॉलेज में लोगों के एक्स-रे कर रही हैं। हालांकि इस मशीन की जो क्षमता बताई गई है वह लगभग डेढ़ सौ एक्स-रे प्रतिदिन की है लेकिन इस एक्स-रे मशीन से लगभग 500 एक्स-रे प्रतिदिन हों रहे हैं।
प्राचार्य बोले अब तक नहीं पहुँची है मशीन को ठीक करने वाली संस्था
हरदोई के मेडिकल कॉलेज में पोर्टेबल एक्स-रे मशीन से लोगों के एक्स-रे तो जरूर हो रहे हैं लेकिन एक-रे की रिपोर्ट लोगों को नहीं मिल पा रही है। पोर्टेबल एक्स-रे मशीन ले जांच करने वाले टेक्नीशियन मरीज़ व उनके तीमारदारों के मोबाइल पर एक्स-रे की फोटो क्लिक कर दे रहे हैं। जिनके सहारे मरीजों का उपचार मेडिकल कॉलेज में किया जा रहा है। हरदोई के एक्स-रे मशीन बीते कई महीनो से ख़राब पड़ी है।
हरदोई के मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल आर्य देश दीपक तिवारी ने बताया कि कई बार शासन को इस बाबत अवगत कराया गया है। शासन के निर्देश पर एक्स-रे मशीन को ठीक कराये जाने को लेकर कार्य लागत भी भेजी गई। जिसके बाद शासन ने 10 लाख के अंदर का कार्य करने के मंजूरी दी। लेकिन अब तक मशीन लगाने वाली कंपनी इसको दुरुस्त करने के लिए नहीं आई है। इसको लेकर शासन को अवगत कराया जा रहा है। आर्य देश दीपक तिवारी ने बताया कि जल्द ही मेडिकल कॉलेज में एक और अत्याधुनिक एक्सरे मशीन लगने जा रही है जिसका लाभ जल्द ही मरिजो को मिलेगा। शासन की ओर से एक्सरे मशीन की खरीद के लिए स्वीकृति दे दी गई है और एक्सरे मशीन पर लगाने वाली कार्यदायी संस्था भी नामित हो चुकी है।अब देखना होगा कि कब तक एक्स-रे मशीन दुरुस्त होकर लोगो की समस्याओं को हल कर पाती है।