Hardoi News: बदहाली पर आँसू बहा रहा पशु चिकित्सालय, 35 वर्ष बीतने के बाद भी नहीं मिला बिजली कनेक्शन

Hardoi News: हरदोई जनपद के सवायजपुर तहसील में बना पशु चिकित्सालय और आवासीय भवन जर्जर हो चुके हैं। कई दशक बीतने के बाद भी अब तक इस भवन में विद्युत कनेक्शन नहीं हो सका है।

Report :  Pulkit Sharma
Update:2024-06-24 12:08 IST
चिकित्सालय में पशुओं का इलाज करते डॉक्टर (Pic: Social Media)

Hardoi News: हरदोई में एक ओर जहां विकास के बड़े-बड़े दावे हो रहे हैं, वहीं हरदोई के सरकारी भवन अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं। सरकारी भवनों को बदहाल होने से वहां पर तैनात अधिकारी और कर्मचारियों को तो असुविधा उठानी ही पड़ रही है, वहीं इन भवनों में पहुंचने वाले आम जन को भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। एक ओर जहां शासन सभी घरों में योजनाओं के अंतर्गत विद्युत कनेक्शन देने की बात कर रहा है, वहीं उत्तर प्रदेश के पशु विभाग के चिकित्सालय में 35 वर्षों से विद्युत कनेक्शन नहीं है। ऐसे में इस पशु चिकित्सालय में आने वाले इंजेक्शन और दवाईया लोगों के के घरों में फ्रीजर में रखकर काम चलाया जा रहा है।

इस पशु चिकित्सालय का भवन भी काफी जर्जर हो चुका है, साथ ही यहां पर डॉक्टर और कर्मचारियों के आवास भी अपनी बदहाली व्यक्त कर रहे हैं। कई बार जिम्मेदारों को इस बाबत जानकारी भी दी गई है। इस पशु चिकित्सालय में आवारा जानवर घूमते मिल जाएंगे। लाइट कनेक्शन न होने से डॉक्टर और कर्मचारियों को काफी दिक्कत होती है। इस पशु चिकित्सालय में एक पशु चिकित्सक व एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की ही तैनाती है। कस्बे को आसपास के गांव का पूरा जिम्मा भी इस अस्पताल के ऊपर ही है।

नए भवन के लिये भेजा गया प्रस्ताव

हरदोई जनपद के सवायजपुर तहसील में बना पशु चिकित्सालय और आवासीय भवन जर्जर हो चुके हैं। कई दशक बीतने के बाद भी अब तक इस भवन में विद्युत कनेक्शन नहीं हो सका है। विद्युत कनेक्शन न होने के चलते यहां पर तैनात डॉक्टर और कर्मचारियों को काफी समस्या होती है। समरसेबल पंप भी विद्युत ना होने के चलते बंद पड़े हैं और वैक्सीन इंजेक्शन को रखने वाला फ्रीजर भी कार्य नहीं कर रहा है। ऐसे में यहां पर तैनात डाक्टर और कर्मचारियों के ऊपर इंजेक्शन और वैक्सीन को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी है जो कि डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी आसपास के घरों में प्रयोग होने वाले फ्रिज में इनको रखवा कर सुरक्षित रखने का कार्य कर रहे हैं।

सवायजपुर तहसील में लगभग 35 वर्ष पूर्व इस पशु चिकित्सालय का निर्माण हुआ था। निर्माण के बाद से ही अब तक इस पशु चिकित्सालय में विद्युत कनेक्शन नहीं दिया गया है। पशु चिकित्सालय आने वाले लोगों को और यहां पर कार्यरत डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों को पानी पीने की भी काफी समस्या होती है। यहां पर इंडिया मार्का का हैंडपंप तक जिम्मेदार नहीं लगा पाये हैं। पशु चिकित्सालय के डॉक्टर आरपी शर्मा ने बताया कि अस्पताल में इनके अलावा सिर्फ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संदीप की ही तैनाती है। पशुओं में गला घोटू बीमारी से बचाव के लिए 3000 पशुओं के लिए वैक्सीन आ चुकी हैं। सवायजपुर के साथ कई अन्य गांव और गौशाला के करीब 355 पशुओं की देखभाल का जिम्मा भी इसी अस्पताल के भरोसे पर है। स्टाफ की कमी के चलते पशुओं की देखभाल में काफी समस्या उत्पन्न हो रही है। उच्च अधिकारियों को इस बाबत पत्र लिखकर अवगत कराया गया है। यह मामला विधायक माघवेंद्र प्रताप सिंह के संज्ञान में भी है। डॉक्टर आर पी शर्मा ने कहा कि जानकारी मिली है कि नवीन भवन के लिए प्रस्ताव भेजा जा चुका है बजट स्वीकृत होते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

Tags:    

Similar News