Hardoi News: होम्योपैथिक अस्पतालों को मिलेगा ‘अपना घर’, ऐसे आएगा बदलाव
Hardoi News: हरदोई में अब तक 15 ऐसे होम्योपैथिक अस्पताल हैं जो कि किराए के भवनों में वर्षों से संचालित हो रहे थे। कई बार किराए के भवनों में संचालित हो रहे होम्योपैथिक अस्पतालों को सरकारी भवन देने की कवायद शुरू हुई।
Hardoi News: जिले में किराए के भवन में चल रहे होम्योपैथिक अस्पतालों को अब खुद का भवन मिल जाएगा। इसके लिए कवायद शुरू हो गई है। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह द्वारा किराए पर संचालित हो रहे होम्योपैथिक अस्पतालों को उपलब्ध कराने की क़वायद शुरू कर दी गई है।
आवंटित हुई भूमि पर जल्द शुरू होगा निर्माण कार्य
हरदोई में अब तक 15 ऐसे होम्योपैथिक अस्पताल हैं जो कि किराए के भवनों में वर्षों से संचालित हो रहे थे। कई बार किराए के भवनों में संचालित हो रहे होम्योपैथिक अस्पतालों को सरकारी भवन देने की कवायद शुरू हुई लेकिन जिम्मेदारों की हीलाहवाली के चलते फाइलें अधर में ही लटक कर रह गईं। इस बार जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने 15 होम्योपैथिक अस्पतालों को भवन देने की क़वायद शुरू कर दी है। जल्द ही आवंटित हुई भूमि पर कार्य भी शुरू किया जाएगा। जिससे जनपद में चल रहे होम्योपैथिक अस्पताल का अस्तित्व बच सकेगा।
होम्योपैथिक अस्पतालों की दशा सुधरेगी
हरदोई जनपद में 36 होम्योपैथिक अस्पताल संचालित हैं। इनमें से 15 अस्पताल अस्तित्व में आने के बाद से ही किराए के भवन में संचालित हो रहे हैं। जबकि 21 अस्पताल स्वास्थ्य महकमे के भवनों में ही संचालित हैं। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह द्वारा किराए के भवनों में संचालित हो रहे हो होम्योपैथिक चिकित्सालय को अब सरकारी भवन में संचालित करने के लिए एक भूमि का आवंटन करा दिया गया है। अभी 15 होम्योपैथिक अस्पतालों में से छह अस्पतालों के लिए भूमि आवंटित की गई है। प्रत्येक अस्पताल के लिए 14 सौ स्क्वायर फिट भूमि संबंधित गांव में ही आवंटित की गई है। राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय मझिला, शहाबुद्दीन, उमरौली, खसौरा, श्रीमऊ और भरखनी के लिए जमीन आवंटित की गई है जबकि अटिया मझिगवां, टडौर खेड़ा, ईंछनापुर, भटपुर, शाहाबाद, असही आजमपुर, हरपालपुर, भरखनी, करावां के लिए भूमि आवंटन की प्रक्रिया जारी है।
क्या बोले ज़िम्मेदार
राजकीय होमियोपैथिक जिला चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ प्रदीप द्विवेदी ने बताया कि जिलाधिकारी के प्रयासों से छह अस्पतालों के निजी भवन बनाने के लिए जमीन उपलब्ध हुई है। राजस्व अभिलेखों में अस्पताल के नाम जमीन दर्ज हो गई है। जल्द ही इस पर निर्माण कार्य भी शुरू करा दिया जाएगा।