Hardoi News:शख़्स ने दुनिया के बड़े कारीगरों को किया फेल,टीले के अंदर हाथों से बना डाला अपना महल,नक़्क़ाशी कर देगी हैरान
Hardoi News: एक व्यक्ति हरदोई जनपद में भी है जिन्होंने दशरथ मांझी की ही तरह सांसारिक मोह माया को त्यागते हुए एक ऊंचे से टीले की खुदाई करके उसके अंदर अपना खुद का एक छोटा सा नगर बना डाला।
Hardoi News: आपने किताबों, कहानियां व अपने परिजनों से जरुर सुना होगा कि इस पौराणिक स्थल को इतने मजदूरों ने अपने हाथों से नक्काशी करके बनाया था। पुराने समय में अत्याधुनिक मशीन नहीं थी लेकिन लोगों में हुनर था जिसके चलते लोग नक्काशी करके इमारत को बेहद सुंदर बना देते थे। ऐसे ही एक व्यक्ति हरदोई जनपद में भी है जिन्होंने दशरथ मांझी की ही तरह सांसारिक मोह माया को त्यागते हुए एक ऊंचे से टीले की खुदाई करके उसके अंदर अपना खुद का एक छोटा सा नगर बना डाला। हरदोई के इस शख्स ने टीले के अंदर उतरने के लिए बकायदा सीढ़ियां बनाई है साथ ही अंदर रहने की व्यापक व्यवस्थाएं भी हैं और इबादत के लिए एक मस्जिद भी है।
टीले के अंदर रहने की व्यवस्था के लिए बनाए गए कमरों में आपको पुराने समय की नक्काशी भी देखने को मिल जाएगी। यह नक्काशी टीले के अंदर रहने वाले इस शख्स ने अपने हाथों से बनाई है। किसी भी प्रकार का कोई भी अत्यधिक औजार उपयोग नहीं किया गया। इसको महज़ खुरपा के सहायता से तैयार किया गया है। अंदर से देखने में यह बिल्कुल महलनुमा नजर आता है और काफी सुंदर भी है। जो भी इस टीले के अंदर जाता है वह वहां की सुंदर नक्काशियों को देखकर अचंभित रह जाता है।
11 नक्काशीदार कमरे और एक इबादतगाह भी है
हरदोई जनपद के शाहाबाद कस्बे के रहने वाले इरफान उर्फ पप्पू बाबा जो कि वर्ष 2010 तक आम लोगों की तरह अपना जीवनयापन कर रहे थे। इसी बीच इनके पिता का निधन हो गया। पिता के निधन के बाद इरफान उर्फ पप्पू बाबा ने एक चुनाव भी लड़ा था हालांकि उस चुनाव में वह असफल साबित हुए।इसके बाद पप्पू बाबा ने सांसारिक मोह माया को त्यागते हुए एकांतवास में जीवन व्यापन करने का मन बना लिया। इसके बाद इरफान उर्फ पप्पू बाबा ने कस्बे में ही बने एक टीले की खुदाई को शुरू कर दिया।हालांकि पहले तो वहां रह रहे लोगों को कुछ समझ नहीं आया लेकिन जैसे-जैसे पप्पू बाबा उस टीले को खोद कर उसमें अपने हाथों से निर्माण के साथ ही नक्काशी करते गए वैसे- वैसे उनके अंदर की प्रतिभा को देख हर कोई अचंभित रह गया। पप्पू बाबा ने किले के अंदर 11 कमरों का एक महल बना डाला साथ ही अंदर इबादत के लिए एक मस्जिद को भी बनाया।
पप्पू बाबा द्वारा बनाई गई मस्जिद व 11 कमरों में अपने हाथों से महज खुरपी की सहायता से सुंदर नक़्क़ाशी की है।टीले के अंदर प्रवेश करने पर आपको कई सीढ़ियां भी देखने को मिलेंगे जिन्हें खुद पप्पू बाबा द्वारा बनाया गया है साथ ही गैलरी और बैठने के लिए बैठक का भी निर्माण किया गया है।इरफान उर्फ पप्पू बाबा बताते हैं कि वर्ष 2011 से उन्होंने इस टीले के अंदर निर्माण करना शुरू किया था तब से लेकर अब तक वह लगातार के अंदर निर्माण कर रहे हैं।
बंजर भूमि को बनाया उपजाऊ
टीले के अंदर नक्काशी कर महल व मस्जिद बनाने वाले इरफान उर्फ पप्पू बाबा बताते हैं कि उनका पूरा दिन इसी टीले के अंदर बीतता है।वह रात में भी इसी टीले के अंदर विश्राम करते हैं।पप्पू बाबा महज़ खाना खाने के लिए वाह अपने घर जाते हैं।खाना खाने के बाद वापस आकर टीले के अंदर बने महल में विश्राम के साथ-साथ महल को और विकसित करने का कार्य करते हैं।पप्पू बाबा ने टीले के बाहर बंजर पड़ी भूमि को फावड़े की सहायता से उपजाऊ बना दिया है।पप्पू बाबा यहां खेती भी करेंगे।पप्पू बाबा ने बताया कि उनके द्वारा यहां पर एक कुएं का भी निर्माण किया गया था लेकिन कुछ अराजक तत्वों द्वारा हुए के निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया।