मुरादाबाद मंडल की सबसे बड़ी चोरी का RPF नहीं कर सकी खुलासा, चोरों ने चलती ट्रेन से फेंका था सामान
Hardoi News: मुरादाबाद मंडल में चोरी की घटना के 48 घंटे पूर्व दिल्ली से रेलवे सुरक्षा बल नॉर्दर्न रेलवे के आईजी एएन मिश्रा बालामऊ पहुंचे थे। आईजी ने बालामऊ से काकोरी तक निरीक्षण भी किया। लेकिन, हाथ खाली रहे।
Hardoi News: मुरादाबाद मंडल (Moradabad Division) चोरों की पहली पसंद बन गया है। काकोरी से लेकर बलमाऊ रेलखंड (Balamau Railway Section) बन गया है। हाल के महीनों की वारदातों पर नजर डालें तो इस रेलखंड पर एक के बाद एक चोरी की छोटी-बड़ी कई घटनाएं हुई हैं। वर्ष 2017 से 2024 तक बालामऊ रेलवे सुरक्षा बल के कमांडर के क्षेत्राधिकार के अंतर्गत 8 से 9 बड़ी घटनाएं घटित हो चुकी हैं।
रेलवे सुरक्षा बल बालामऊ (Railway Protection Force, Balamau) व संडीला के अंतर्गत जमकर चोरियां हुई हैं। वर्तमान में संडीला रेलवे सुरक्षा बल की ज़िम्मेदारी बालामऊ रेलवे सुरक्षा बल के कमांडर के पास हैं। बालामऊ कमांडर के क्षेत्राधिकार में ऐसे ही एक मामला 4 फरवरी को सामने आया था, जहां चोरों ने चलती एक्सप्रेस ट्रेन से 17 नग होजरी के समान ट्रेन के नीचे गिरा दिए थे। इस मामले में 8 दिन बीत गए, लेकिन रेलवे सुरक्षा बल के हाथ अब तक खाली हैं।
RPF आईजी ने भी निरीक्षण किया
इस मामले में जिम्मेदारों का हाल ये है कि, 48 घंटे पूर्व दिल्ली से रेलवे सुरक्षा बल नॉर्दर्न रेलवे के आईजी एएन मिश्रा बालामऊ पहुंचे थे। आईजी ने बालामऊ से काकोरी तक निरीक्षण भी किया। आईजी द्वारा बालामऊ रेलवे सुरक्षा बल के प्रभारी रामनरेश को जल्द खुलासे के निर्देश दिए थे। आईजी नॉर्दर्न रेलवे के निरीक्षण के 48 घंटे बीतने के बाद भी रेलवे सुरक्षा बल के हाथ कोई चोर नहीं लगा।
मुरादाबाद मंडल की सबसे बड़ी चोरी, दबाने में जुटा RPF !
जानकारी के अनुसार, मुरादाबाद मंडल की अब तक की ये सबसे बड़ी चोरी है, जिसमें अनुमानित कीमत लगभग 50 लाख रुपए बताई गई है। रेलवे सुरक्षा बल द्वारा हिमगिरी एक्सप्रेस (Himgiri Express) से अज्ञात चोरों द्वारा गिराए गए 17 नग होजरी के समान के मामले में एक 1/24 रेल सम्पति चोरी अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। घटना के 8 दिन बाद भी किसी शख्स की गिरफ़्तारी नहीं हो सकी है। रेलवे सुरक्षा बल बालामऊ व संडीला के हत्थे कोई नहीं आया। इस मामले में रेलवे सुरक्षा बल की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जानकार बताते हैं कि रेलवे सुरक्षा बल इस मामले को दबाने में लगा है।
रेलवे सुरक्षा बल नहीं दिखा रही तत्परता
हावड़ा से चलकर जम्मू तवी को जाने वाली 12331 हिमगिरी एक्सप्रेस के लखनऊ रेलवे स्टेशन से चलने के बाद काकोरी से बालामऊ के बीच अज्ञात चोरों ने ट्रेन के लगेज वैगन में रखे होजरी के समान के 17 नग को रेल ट्रैक के किनारे गिरा दिया था। हालांकि, चोर सामान ले जाने में नाकाम साबित हुए। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) को ट्रैकमैन ने रेल ट्रैक के किनारे समान पड़े होने की जानकारी दी थी। सूचना पर पहुंची रेलवे सुरक्षा बल की टीम ने सामान की जांच की। लगभग 30 किलोमीटर तक पेट्रोलिंग कर कुल 17 नग सामान बरामद किया था। रेलवे सुरक्षा बल बालामऊ द्वारा पहले बरामद सामान की कीमत लगभग 30 लाख रुपए के आसपास आंकी थी। हालांकि, बरामद सामान की कीमत व्यापारी के पहुंचने पर बढ़ गई। जिसे बाद में अनुमानित 50 लाख रुपए का बताया गया।
पहले भी होती रही हैं ऐसी घटनाएं
घटना के 8 दिन बीत गए हैं, लेकिन रेलवे सुरक्षा बल के कमांडर ने अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की। 11 फरवरी को आईजी नॉर्दर्न रेलवे दिल्ली भी बालामऊ पहुंचे थे। बालामऊ रेलवे सुरक्षा बल के कमांडर को जल्द खुलासे के निर्देश भी दिए। अब देखने वाली बात यह होगी कि बालामऊ रेलवे सुरक्षा बल कब तक चोरी की इस घटना का खुलासा कर पाता है? बालामऊ रेलवे सुरक्षा बल के लिए चोरी की यह घटना कोई नई बात नहीं है। इससे पहले गेहूं चोरी, डीजल चोरी जैसे तमाम अन्य घटनाएं बालामऊ रेलवे सुरक्षा बल के क्षेत्र में घटित हुई है।