Hardoi News: खाकी की बर्बरता! बैंककर्मी ने पुलिस पर लगाया पिटाई और बेटी से अश्लील हरकत करने का आरोप

Hardoi News: सिपाहियों की यह बर्बरता कोतवाली के दारोगा व कोतवाल के सामने होती रही और जिम्मेदार मौन धारण करे रहे। हद तो जब हो गई तब जांच और कार्रवाई के बजाय पुलिस के अधिकारी भी सिपाहियों के बचाव में उतर आए।

Report :  Pulkit Sharma
Update: 2023-12-25 04:08 GMT
पीड़ित बैंककर्मी (Newstrack)

Hardoi News: उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया लगातार पुलिस की कार्यशैली को बेहतर बनाने के प्रयास करते रहते हैं। यूपी पुलिस को मित्र पुलिस भी कहा जाने लगा है। लगातार अधिकारी अपने मातहतो को फरियादियों से विनम्रता बरतने के निर्देश देते रहते हैं। लेकिन, अधिकारियों के निर्देश का पालन उत्तर प्रदेश पुलिस के कुछ सिपाही नहीं करते हैं। यह वह सिपाही हैं जो खाकी की आड़ में दबंगई करते हैं। ऐसे ही खाकी ही दबंगई हरदोई जनपद से सामने आई है जहां मोटरसाइकिल हटाने कि कहने पर नाराज सिपाही ने अपने साथियों को बुलाकर एक बैंक कर्मी की बेरहमी से पिटाई कर दी। सिपाहियों ने बैंक कर्मी को कोतवाली में ले जाकर जमकर पीटा इसके बाद रात भर उसे लॉकअप में भी बंद रखा और सुबह पुलिस की सबसे पसंदीदा धारा 151 में उसका चालान कर दिया।

सिपाहियों की यह बर्बरता कोतवाली के दारोगा व कोतवाल के सामने होती रही और जिम्मेदार मौन धारण करे रहे। हद तो जब हो गई तब जांच और कार्रवाई के बजाय पुलिस के अधिकारी भी सिपाहियों के बचाव में उतर आए। हरदोई पुलिस लगातार सुर्खियों में पहले से ही बनी हुई है। इसके बाद पुलिस कर्मियों के बैंक कर्मी को पीटे जाने के बाद अधिकारियों के बयान से क्षेत्र के लोगों में काफी नाराज़गी है। लोगों का कहना है कि पुलिस के आला अधिकारी ही अपने मातहतों को बढ़ावा देते हैं। लोगों ने हरदोई के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स व विपिन मिश्रा का हवाला देते हुए कहा कि उनके समय में पुलिस महकमा न्याय का कार्य करता था। लेकिन, अब बिल्कुल उलट हो रहा है। पुलिसकर्मियों की बर्बरता दिन पर दिन बढ़ती जा रही है ऐसे में न्याय पाने के लिए पुलिस के पास जाने वाले फरियादी भी डर रहे हैं। हरदोई में देखा गया है कि कई मामले अब न्यायालय के आदेश पर दर्ज किए जाते हैं।

बैंक कर्मी का नहीं हुआ मेडिकल परीक्षण

मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के कौशलपुरी का है। कौशलपुरी शहर कोतवाली क्षेत्र से लगा हुआ एक मोहल्ला है जहां बैंक ऑफ़ इंडिया में कार्यरत बैंक कर्मी शैलेंद्र शर्मा अपनी कार से अपने घर की ओर जा रहे थे। शहर कोतवाली में ही तैनात आरक्षी दिवाकर की बाइक रास्ते में खड़ी हुई थी, जिसके चलते कार निकल नहीं पा रही थी। जिसके बाद बैंक कर्मी ने बाइक को हटाने की बात आरक्षी से की। आरक्षी इस बात से नाराज हो गया और थाने से अपने साथियों को बुला लाया और बैंक कर्मी को कोतवाली में ले जाकर बेरहमी से पीटा। पुलिस की बर्बरता यही नहीं रुकी रात भर पुलिस द्वारा बैंक कर्मी को लॉकअप में बंद रखा गया और सुबह बिना उसका मेडिकल परीक्षण कराये उसका धारा 151 में चालान कर दिया गया। पुलिस की बर्बरता के सबूत बैंक कर्मी शैलेंद्र शर्मा के शरीर पर देखे जा सकते हैं। पुलिस द्वारा शैलेंद्र शर्मा की पिटाई पट्टे, बेल्ट आदि से की गई थी जिसके निशान उसके शरीर पर मौजूद हैं।

मेडिकल में निशान को छुपाने के लिए उसका मेडिकल नहीं कराया गया। बैंक कर्मचारी शैलेंद्र शर्मा ने शहर कोतवाली में तैनात दिवाकर समेत अन्य कई पुलिसकर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाया है। शैलेंद्र ने बताया कि जिस समय पुलिस उसको कोतवाली लेकर जा रहे थे। उसे समय उसकी 13 वर्षीय बेटी भी साथ थी। शैलेंद्र का आरोप है कि सिपाहियों द्वारा उसकी पुत्री के साथ भी अश्लील हरकत की गई। शैलेंद्र ने पुलिस के आला अधिकारियों से मामले की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस की बर्बरता की खबर सोशल मीडिया पर चलने के बाद अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी नृपेंद्र कुमार सामने आए और कहा की पुलिस को सूचना मिली थी की कौशलपुरी में शैलेंद्र शर्मा आने-जाने वाले लोगों से अभद्रता कर रहे हैं। उस सूचना पर स्थानीय पुलिस वहां पर पहुंची और उन्हें समझाने का प्रयास किया गया। लेकिन, उनके द्वारा पुलिस से भी अभद्रता की गई इसके बाद पुलिस द्वारा थाना स्तर से 151 की कार्रवाई की गई है।

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