Hardoi News: स्वयंसेवक संघ ने बड़े ही धूमधाम से मनाया विजयादशमी उत्सव

Hardoi News: दयानन्द वैदिक इंटर कालेज में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने विजयादशमी उत्सव बड़े हर्षोल्लास से मनाया।सबसे पहले उपस्थित सभी स्वयंसेवकों ने शस्त्र पूजन के रूप में दंड पूजन किया

Report :  Pulkit Sharma
Update:2024-10-13 19:36 IST

Hardoi News ( Pic- Newstrack)

Hardoi News: आज नगर के दयानन्द वैदिक इंटर कालेज में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने विजयादशमी उत्सव बड़े हर्षोल्लास से मनाया।सबसे पहले उपस्थित सभी स्वयंसेवकों ने शस्त्र पूजन के रूप में दंड पूजन किया। इस अवसर पर उपस्थित स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक प्रमुख राजेन्द्र जी ने कहा आज के ही दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना हुई थी ।और इस वर्ष संघ अपने ९९ वर्ष पूरा करके शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर रहा है। इस वर्ष हम सभी को संकल्प लेना है। कि हिन्दू समाज के बीच जा कर सभी जागृत करना है, एकत्व की भावना जगानी है। इसके लिए शताब्दी वर्ष में हमें पांच परिवर्तन के संकल्प न सिर्फ स्वयं लेना है वरन समाज में भी ले जाने हैं।

पहला है कुटुंब प्रबोधन, जो एक आदर्श समाज के नीवं का पत्थर है। व्यक्ति को सबसे पहले संस्कार अपने परिवार से ही मिलते हैं। समाज को सुसंस्कृत, चरित्रवान, राष्ट्र के प्रति समर्पित और अनुशासित बनाने में परिवार की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसके लिए स्वयंसेवकों को सप्ताह में कम से कम एक दिन अपने परिवार और मित्र परिवारों के साथ बैठकर भोजन करने के अलावा राष्ट्र और सांस्कृतिक विरासत से जुड़े विषयों पर चर्चा करनी चाहिए।

दूसरा है सामाजिक समरसता क्योंकि समरसता के व्यवहार से ही किसी समाज की एकता और संगठन संभव होता है। इसी सिद्धान्त पर चलने के परिणाम-स्वरूप अनेक प्रकार की विविधताओं से ओतप्रोत अपने इस हिन्दू समाज को संगठित करने में उसे सफलता मिली है। कुछ स्वार्थी तत्त्व अभी भी अपने संकुचित तथा राजनीतिक हितों के लिये जातिगत विषमता का लाभ उठाकर जातीय विद्वेष जगा रहे हैं। पर हमें यह जातिगत विषमता को समाप्त करने का प्रण लेना है।

पर्यावरण की रक्षा का कार्य सभी को अपने घर से आरम्भ करना चाहिए

आज विकास के साथ साथ पर्यावरण का क्षरण होता जा रहा है | अतः तीसरे संकल्प के रूप में पर्यावरण की रक्षा का कार्य सभी को अपने घर से आरम्भ करना चाहिए। अपने घरों को 5 स्टार हरित घर बनाना चाहिए। इसके तहत घर का पानी घर में, घर का कचरा घर में, घर में पक्षी घर, पंचवटी वाटिका और ऊर्जा व घर में अग्नि होम की व्यवस्था करनी चाहिए।उन्होंने आगे कहा अगला पंच परिवर्तन है स्व की भावना। भारत पर अनेक आक्रमण हुए पर भारत एक राष्ट्र के रूप में आज भी खड़ा है उसके पीछे है उसकी स्व की भावना। स्व का मतलब स्वाभिमान, स्वधर्म, स्वदेशी व् स्वराज की भावना। हमें इस स्व पर गर्व होना चाहिए और इसी स्व की भावना को जन जन तक ले जाना है।

सबसे आखिरी पंच परिवर्तन है नागरिक अनुशासन. भगिनी निवेदिता ने कहा था नित्य जीवन में देशभक्ति का प्रकटीकरण नागरिक अनुशासन के द्वारा ही होता है. हमारा अन्य नागरिको के प्रति कैसा व्यवहार हो, इसी कसौटी है की हमारा व्यवहार ज्ञानमय, ध्यानमय और करुणामय है कि नहीं। सम्पूर्ण समाज को अपना मान कर सम्पूर्ण समाज को साथ लेकर चलना होगा. इसी नागरिक अनुशासन से पोषित व्यवहार से हमारा चरित्र निर्माण होता है और हम सभी के चरित्र से राष्ट्र का चरित्र निर्माण होता है।

इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक शिवस्वरूप, विभाग प्रचारक कौशल किशोर, जिला प्रचारक रवि, जिला कार्यवाह संजीव खरे, नगर कार्यवाह विनय पाण्डेय, नगर प्रचारक विशाल, नगर संघचालक मिथिलेश, सह नगर संघ चालक देवेन्द्र सिंह, सह नगर कार्यवाह राजवर्धन सहित सैकड़ों की संख्या में स्वयंसेवक उपस्थित रहे।

Tags:    

Similar News