Hardoi News: प्रत्याशियों द्वारा किए गए खर्चे का कराया गया तीसरा मिलान
Hardoi News: लेखा मिलान के दिन लोकसभा निर्वाचन लड़ने वाले सभी प्रत्याशियों या उनके एजेण्ट के द्वारा अपने निर्वाचन हेतु किये गये खर्च का लेखा-जोखा बताने का निर्देश है।
Hardoi News: लोकसभा चुनाव लड़ने वाले सभी अभ्यर्थियों का निर्वाचन पर खर्च करने हेतु बनाये गये व्यय रजिस्टर का तीसरा मिलान कराया गया। इससे पूर्व में भी 03 मई एवं 07 मई को लेखा मिलान सम्पन्न कराया जा चुका है। लेखा मिलान के दिन लोकसभा निर्वाचन लड़ने वाले सभी प्रत्याशियों या उनके एजेण्ट के द्वारा अपने निर्वाचन हेतु किये गये खर्च का लेखा-जोखा का रजिस्टर बनाये जाने हेतु भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दिशा निर्देश दिये गये। सभी प्रत्याशी अपने चुनाव प्रचार में, सभाओं में, नुक्कड नाटक, रैली तथा बैठकों में जो भी खर्च किया जा रहा है, उसका हिसाब-किताब रखना आवश्यक होता है। साथ ही साथ प्रत्याशियों द्वारा गाड़ियों, डीजल, पेट्रोल, खाने पीने एवं चाय नास्ता सभी पर जो भी खर्चा किया जाता है, उसकी सूचना निर्वाचन आयोग को देना होता है।
अधिकतम 95 लाख कर सकते हैं खर्च
कोई भी प्रत्याशी अधिकतम 95 लाख रु० अपने निर्वाचन में खर्च कर सकता है। प्रत्याशियों द्वारा किये जाने वाले खर्चे का मिलान गठित लेखा टीमों के माध्यम से कराया गया। प्रत्याशियों से लेखा टीमों ने किये गये खर्च का ब्यौरा बिल तथा वाउचर तथा लेन-देन का हिसाब लिया। लेखा मिलान की सम्पूर्ण प्रक्रिया मा० निर्वाचन आयोग द्वारा नामित मा० व्यय प्रेक्षक श्री टी.ई. श्रीकान्त, लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र 31 हरदोई एवं अजोय कुमार मजूमदार, लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र 32 मिश्रिख की देख-रेख में सम्पन्न हुयी।
भाजपा खर्च करने में सबसे आगे
इसके साथ ही व्यय प्रेक्षक द्वारा प्रत्याशियों तथा अभिकर्ताओं को व्यय से सम्बन्धित आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये गये। जन प्रतिनिधियों ने अब तक अपने का दो बार ब्यौरा दिया जा चुका है जिसने भाजपा प्रत्याशी सबसे आगे है खर्चे में। जनप्रतिनिधि पेट्रोल डीज़ल से लेकर समर्थकों के खाने पीने पर जमकर खर्च कर रहें हैं। हरदोई व मिश्रिख लोकसभा प्रत्याशी सबसे आगे है वही समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी दूसरे नंबर पर हैं। लोकसभा चुनाव में निर्दलीय भी रुपय खर्च करने में पीछे नहीं हैं।