Hardoi News: भ्रष्टाचार का पर्दाफाश, गोवंशों का करोड़ों का भूसा खा गये ज़िम्मेदार

Hardoi News: जिम्मेदारों ने भूसा खरीद व बड़ा घोटाला किया है। कहे कि जिम्मेदार करोड़ों रुपए का भूसा खा गए। जनपद में अस्थाई व स्थाई गौशालाओं में रह रहे गोवंशों के लिए भूसा खरीद कराई जाती है।;

Report :  Pulkit Sharma
Update:2024-01-26 17:45 IST

हरदोई में भूसा खरीद में भ्रष्टाचार का पर्दाफाश (न्यूजट्रैक)

Hardoi News: बिहार के बाद हरदोई में जिम्मेदारों ने भूसा खरीद व बड़ा घोटाला किया है। कहे कि जिम्मेदार करोड़ों रुपए का भूसा खा गए। जनपद में अस्थाई व स्थाई गौशालाओं में रह रहे गोवंशों के लिए भूसा खरीद कराई जाती है। ऐसे में जिम्मेदार सरकार के रुपयों का जमकर बंदर बाट करते हैं और अभिलेखों में बड़ा खेल कर लाखों करोड़ों रुपए डकार जाते हैं। इन दिनों अफसर के लिए भूसा खरीद भ्रष्टाचार का प्रमुख अड्डा बन चुका है।

कई गांव में प्रधानों के साथ मिलकर जिम्मेदार बड़ा खेल कर रहे हैं। गोवंशों के लिए भूसा खरीद के नाम पर जिम्मेदार मलाई काट रहे हैं। हरदोई में ऐसे ही एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ है जहां एक करोड़ से अधिक का भूसा जिम्मेदार खा गए। इस मामले की गोपनीय रिपोर्ट पशु चिकित्सा अधिकारी को सौंप जा चुकी है। अब देखने वाली बात यह होगी कि इस मामले में क्या जिम्मेदारों पर कोई सख्त कार्यवाही होती है क्या।

मिली भारी अनियमितता

हरदोई में 40 गौशाला में भूसा खरीद के नाम पर 41 भुगतानों में भारी अनिमियंतता पाई गई है। जांच के दौरान 41 भुगतान में एक करोड़ 62 लाख 36 हज़ार 672 रुपए की अनियमितता पाई गई है। जांच टीम ने इसकी रिपोर्ट बनाकर पशु चिकित्सा अधिकारी को भेज दी है।हरदोई में सड़कों पर घूम रहे आवारा अन्ना मवेशियों को गौशालाओं में संरक्षित करने व गौशालाओं में रहने वाले गौवंशों के खाने-पीने के लिए सरकार की ओर से व्यवस्था की गई जाती हैं लेकिन मवेशियों की यह व्यवस्था अधिकारियों के लिए चांदी बनती जा रही है। हरदोई में भूसा खरीद में एक करोड़ 62 लाख से अधिक का घोटाला सामने आया है।

इस घोटाले में तत्कालीन खंड विकास अधिकारी और पशु चिकित्सा अधिकारी को जिम्मेदार माना गया है। वर्ष 2020-21 में भूसा खरीद के भुगतान से जुड़ा या मामला है जिसमें अस्थाई गौशाला और वृहद गौशालाओं में रखे जाने वाले मवेशियों के लिए भूसा खरीदा जाता है गौशालाओं में रह रहे मवेशियों की संख्या के अनुसार भूसे की खपत तय की जाती है। भूसे के भुगतान से पहले संबंधित खंड विकास अधिकारी और पशु चिकित्सा अधिकारी संयुक्त रूप से पशुओं की संख्या समेत अन्य बिंदुओं का सत्यापन कर धनराशि को जारी करते हैं।

ऑडिट उपनिदेशक स्थानीय निधि लेखा परीक्षा विभाग द्वारा की गई जांच में वर्ष 2020-21 में भूसा खरीद में अनियमितता पाई गई। जनपद में 40 गौशाला में भूसा खरीद के नाम पर 41 भुगतानों में अनियमितता मिली है। अब देखने वाली बात यह होगी कि जब स्वयं पशु चिकित्सा अधिकारी इस मामले में फंस रहे हैं तो इस मामले में निष्पक्ष कार्यवाही कैसे हो सकती है। क्या शासन स्तर से हरदोई में हुए भूसा घोटाले में कोई बड़ी कार्रवाई होगी या एक बार फिर अधिकारी अपनी पहुंच का फायदा उठाकर हरदोई में मलाई काटते रहेंगे।

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