परिवहन विभाग का दावा, ओवरलोड वाहनों को लेकर बढ़ी सतर्कता, जारी की चालान की लिस्ट
Hardoi News: हरदोई जनपद में ट्रकों व डंपर से मौरंग, बालू, सीमेंट, गिट्टी के समेत खाद्य सामग्री को लेकर ट्रक डंपर जैसे बड़े वाहनो का आवागमन होता है।
Hardoi News: मल्लावा में हुए हादसे के बाद जनपद में ओवरलोड वाहनों को लेकर सतर्कता काफी बढ़ा दी गई। ऐसा दावा उपसंभागीय परिवहन विभाग कर रहा है। जनपद में हुए हादसे के बाद स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया था। इस मामले में जिलाधिकारी ने बताया कि जिस ट्रक से हादसा हुआ है वह ट्रक ओवरलोड नहीं था। हालांकि वास्तविकता यह है कि जनपद में लगातार ओवरलोड वाहनों की संख्या बढ़ती जा रही है।
शहर में नो एंट्री का भी कोई प्रभाव देखने को नहीं मिलता है। हादसे के बाद उप संभागीय परिवहन विभाग सक्रिय हो गया है। उप संभागीय परिवहन विभाग के अधिकारी ने बताया कि बीते 6 महीने में 444 वाहनों पर ओवरलोड होने के चलते कार्यवाही की गयी। लेकिन उप संभागीय परिवहन विभाग के दावे धरातल पर कितने खरे उतर रहे हैं इसको हर कोई बखूबी जानता है। हरदोई जनपद में ट्रकों व डंपर से मौरंग, बालू, सीमेंट, गिट्टी के समेत खाद्य सामग्री को लेकर ट्रक डंपर जैसे बड़े वाहनो का आवागमन होता है। यह ट्रक अधिक मुनाफे के चलते अपनी तय सीमा से अधिक सामान लोड कर लेते हैं जोकि तेज गति में अनियंत्रित होकर हादसे का कारण बन जाते हैं।
छह माह में विभाग ने किए इतने चलान
उप संभागीय परिवहन विभाग द्वारा माल वाहक वाहनों के लिए मानक व दिशा निर्देश जारी हैं लेकिन इन दिशा निर्देशों को चंद मुनाफे के लिए वाहन स्वामी दरकिनार कर देते हैं। साथ ही रास्ते में सुरक्षा का जिम्मा संभालने वालों को एक तय रकम देकर एक जनपद से दूसरे जनपद तक ओवरलोडिंग का खेल बदस्तूर जारी रहता है। उप संभागीय परिवहन विभाग के अनुसार आठ चक्का ट्रक 12.5 टन, 10 चक्का ट्रक 18 टन, 12 चक्का ट्रक 24 टन, 14 चक्का ट्रक 30 टन, 18 चक्का ट्रक 34 टन, और 22 चक्का ट्रक 38 टन माल को ले जा सकते हैं लेकिन ट्रक ड्राइवर और वाहन स्वामी जिम्मेदारों को रक़म देकर जमकर ओवरलोडिंग करते हैं।
एआरटीओ संजीव कुमार सिंह ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि जनवरी से जून तक 444 ओवरलोड वाहनों पर विभाग द्वारा कार्रवाई की गई है और इस कार्रवाई से 89 लाख 93 हज़ार का जुर्माना जमा वसूल किया गया है। एआरटीओ संजीव कुमार ने लिखा कि जनवरी में 39 वाहनों का चालान किया गया और 33 वाहनों को बंद किया गया, फरवरी में 61 का चालान 48 बंद किए गए, मार्च में 47 का चालान 44 बंद, अप्रैल में 18 का चालान 14 बंद, मई में 48 का चालान 36 बंद और जून में 30 का चालान किया गया और 26 वाहनां को बंद किया गया है।